रांचीः वर्ष 1978 में शुरू हुई स्वर्णरेखा बहुद्देशीय परियोजना अब तक पूरी नहीं हो सकी है. शुरुआत में विश्व बैंक संपोषित करीब 129 करोड़ लागत वाली यह परियोजना वर्तमान में 6613.74 करोड़ की हो गयी है.
राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को यह आश्वासन दिया है कि करीब 99 हजार हेक्टेयर भूमि की सिंचाई क्षमता वाली यह परियोजना मार्च-2016 तक पूरी हो जायेगी. इसी आश्वासन पर केंद्र ने राज्य को एआइबीपी के तहत 4224 करोड़ दे दिये. इसमें से 672.26 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं.
केंद्र का शर्त यह है कि यदि समय पर काम नहीं हुआ, तो यह राशि ऋण में बदल जायेगी. मूल राशि के साथ-साथ सूद भी चुकाना होगा. इसके लिए राज्य सरकार ने केंद्र के साथ एग्रीमेंट भी किया है.
इस तरह अगले दो वर्षो में जल संसाधन विभाग को 3551.74 करोड़ रु खर्च करने होंगे, जो चुनौती है. परियोजना के एक महत्वपूर्ण कंपोनेंट ईचा डैम का निर्माण अभी शुरू भी नहीं हुआ है. टेंडर निकाला जाना बाकी है. विभागीय सूत्रों के अनुसार करीब 250 करोड़ लागत वाले इस डैम के निर्माण पर करीब ढाई वर्ष लगेंगे.