लातेहार के रमेश प्रसाद गुप्ता ने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत शौचालय निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत की थी. विभाग ने जांच में शिकायत को सही पाया. इसके बाद कनीय अभियंता को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही शुरू की है. इस मामले में दोषी जल सहिया को पद मुक्त कर दिया गया. साथ ही ग्रामीण विकास विभाग से मुखिया पर कार्रवाई करने की अनुशंसा की. पश्चिम सिंहभूम के सोनाराम देवगम की शिकायत की जांच के बाद कनीय अभियंता को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही शुरू की गयी.
इस मामले में भी जल सहिया को पद मुक्त करते हुए मुखिया और इंजीनियर के खिलाफ मुफस्सिल थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. चक्रधरपुर के पवन कंडायबुरू द्वारा शौचालय निर्माण में गड़बड़ी के आरोपी पर कार्रवाई के लिए एक जनहित याचिका दायर की गयी थी. इस मामले में लगे आरोपों के मद्देनजर कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार जायसवाल को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही शुरू की गयी है. साथ ही आदिवासी वेलफेयर सोसाइटी नामक स्वयंसेवी संस्था के प्रखंड समन्वयक सत्यवान महापात्रा को कार्य मुक्त कर दिया गया. गिरिडीह जिले में गड़बड़ी की शिकायत की जांच के बाद कनीय अभियंता कुमार नीरज को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही शुरू की गयी है. गुमला जिले से मिली शिकायत की जांच के बाद कनीय अभियंता इमरान अंसारी को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही शुरू की गयी है. साथ ही निर्माण में गड़बड़ी की शिकायतों की जांच के बाद दुमका, जामताड़ा, लातेहार और सिमडेगा के जिला समन्वयक को पद मुक्त करने की कार्रवाई जारी है.