रांची: शहरी गरीबों के बेहतर और मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने वाली राज्य सरकार की योजना बनकर तैयार है, लेकिन फंड में देरी के कारण 14 जिलों में इसकी शुरुआत भी नहीं हो पायी है.
फरवरी 2014 में ही इसे शुरू करने की योजना थी. योजना बनकर तैयार है, लेकिन फंड नहीं है. प्रोग्राम इंप्लीमेंटेशन प्लान को मंजूरी मिल चुकी है. केंद्र सरकार ने फंड भी आवंटित कर दिया है, लेकिन राज्य सरकार इस राशि को जिलों को मुहैया नहीं करा पायी है. इससे स्थान निर्धारण, दवा, सामान की खरीद और मानव संसाधनों की बहाली जैसे काम अटके पड़े हैं.
क्या है योजना
राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के तहत 50 हजार की जनसंख्या पर एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण होना है. इसमें पांच एएनएम, एक नियमित डॉक्टर, एक पार्ट टाइम डॉक्टर, एक लैब टेक्नीशियन और एक फार्मासिस्ट की व्यवस्था होगी. वर्ष 2014-2015 में रांची में आठ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण की योजना है. साथ ही दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण का भी लक्ष्य है. इससे शहरी गरीबों को काफी लाभ मिलेगा.
इनको मिलेगा लाभ
स्वास्थ्य केंद्र झुग्गी-बस्तियों के आसपास खोला जायेगा. इससे जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए भटकना नहीं पड़ेगा. रांची के तीन लाख झुग्गीवासियों को फायदा मिलने की उम्मीद है.
क्या कहते हैं अधिकारी
प्लान बनाने का काम हो गया है, लेकिन राशि नहीं मिली है. इससे काम रुका हुआ है. फरवरी में ही राशि मिलनी थी, लेकिन आचार संहिता लागू होने से राशि निर्गत नहीं हो सकी है. अब चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी. महेश कुमार,
जिला कार्यक्रम प्रबंधक