झारखंड सरकार इसे पहले चरण में नौ जिलों (जहां जन्म दर तीन से अधिक है) में बांटेगी. ये जिले हैं- साहेबगंज, पाकुड़, गोड्डा, दुमका, गढ़वा, गुमला, लोहरदगा, प सिंहभूम व चतरा. इन जिलों में हाइफर्टिलिटी रेट है. यहां मातृत्व अनुदान भी दो हजार की जगह 2800 रुपये दिये जायेंगे. इन जिलों में सहिया द्वारा गर्भनिरोधक इंजेक्शन व गोलियों का वितरण किया जायेगा.
इस मौके पर एनएचएम के एमडी कृपा नंद झा ने कहा कि परिवार नियोजन की विधियों के उपयोग से शिशु मृत्यु दर, मातृ मृत्यु दर तथा बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण किया जा सकता है. परिवार नियोजन की इस नयी विधियों से आम लाभुक काफी लाभान्वित होंगे. उन्होंने कहा कि आम लाभुक को सही जानकारी तथा परामर्श दे कर ज्यादा से ज्यादा लोगों को परिवार नियोजन के नये विकल्पों के साथ कोई न कोई साधन से जरूर जोड़ें.
निदेशक प्रमुख डॉ सुमंत मिश्रा ने कहा कि झारखंड में प्रजनन दर को राष्ट्रीय औसत 2.2 के करीब लाना है. बैठक में प्रतिभागी के रूप में जिले से आये एसीएमओ, एनएसवी/बंध्याकरण सर्जन तथा सहयोगी संस्थान के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. बैठक में निदेशक डॉ जेपी सिंह, स्टेट फैमिली प्लानिंग कोअॉर्डिनेटर गुंजन खलखो आदि मौजूद थे.