रांची: रांची नगर निगम द्वारा कांके में बनायी गयी अत्याधुनिक वधशाला (स्लॉटर हाउस) के संचालन के लिए दो बार टेंडर निकाला गया, लेकिन इसमें किसी एजेंसी ने रुचि नहीं दिखायी. नगर निगम अब टेंडर की शर्तों में बदलाव करते हुए तीसरी बार टेंडर निकालने की तैयारी कर रहा है. नगर निगम को उम्मीद है कि शर्तों में बदलाव के बाद अधिक से अधिक एजेंसियां टेंडर में भाग लेंगी.
नगर निगम जिन शर्तों में बदलाव करने जा रहा है, उसमें एजेंसी से प्रत्येक माह लिया जानेवाला शुल्क प्रमुख है. पूर्व में निगम ने वधशाला संचालन के लिए प्रतिमाह का शुल्क 15 लाख रुपये निर्धारित किया था, जिसे इस बार सात लाख रुपये प्रतिमाह किया जा सकता है. इसके अलावा सिक्यूरिटी मनी में भी कटौती की जायेगी. पूर्व में नगर निगम ने सिक्यूरिटी मनी के तौर पर एक करोड़ रुपये बैंक गारंटी मांगा था, जिसे घटा कर 50 लाख रुपये करने की तैयारी है.
डर के कारण नहीं आ रहा कोई आगे : रांची नगर निगम ने 16 करोड़ की लागत से वधशाला का निर्माण तो कर दिया है, लेकिन इसके संचालन में अब भी कई पेंच हैं. टेंडर में भाग लेने वाली एजेंसियों को यह डर सता रहा है कि अगर शहर में इसी तरह खुले में मांस की बिक्री होती रही, तो कोई भी व्यक्ति वधशाला से मांस नहीं खरीदेगा. दूसरा डर यह है कि इस वधशाला का स्थानीय लोग काफी विरोध कर रहे हैं. एक बार पैसा फंसा कर वधशाला लेने के बाद अगर विरोध शुरू हो गया, तो सिर्फ नुकसान ही होगा.