रांची: राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) के तहत खरीदे गये विटामिन-ए के 80 हजार बोतल सिरप सब स्टैंडर्ड मिले हैं. राज्य औषधि जांच प्रयोगशाला नामकुम में इसके सैंपल की जांच के बाद यह खुलासा हुआ है. इसके बाद रीडबर्ग फार्मास्यूटिकल देहरादून, उत्तराखंड में निर्मित इस सिरप के वितरण पर रोक लगा दी गयी है. वहीं विटामिन-ए सिरप की खरीद के लिए फिर से टेंडर होगा.
सब स्टैंडर्ड पाये गये सिरप की कीमत करीब 50 लाख है. कंपनी को इसका भुगतान नहीं किया गया है. इधर, सिरप के सब स्टैंडर्ड मिलने पर फिर से इसकी खरीद के लिए रीटेंडर पर राज्य में बच्चों को सिरप पिलाने का काम करीब पांच माह पिछड़ गया है.
दरअसल, विटामिन ए की खुराक बच्चों की जिंदगी से जुड़ी है. नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों में अंधापन व संक्रमण रोकने, कुपोषण दूर करने तथा विटामिन-ए की कमी से होने वाली बाल मृत्यु रोकने के लिए इसकी खुराक दी जाती है. सिरप पिलाने का काम वर्ष में दो बार किया जाता है. इधर, इस प्रकरण से एनआरएचएम से जुड़े अधिकारी भी सन्न हैं. स्वास्थ्य शिविरों सहित स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम के जरिये सिरप बंटने का काम प्रभावित होने का उन्हें हल नहीं मिल रहा.