दुमका: सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दुमका के इंडोर स्टेडियम में सोमवार को राज्यपाल सह कुलाधिपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि असहिष्णुता के नाम पर लोगों को भड़काने की कोशिश न हो. श्रेष्ठ दिखने के लिए हमें एकजुट होना होगा. भारत की पहचान विविधता में एकता और अखंडता है. राज्यपाल ने अपने संबोधन में दुमका के एसपी महिला कॉलेज छात्रावास में हुई घटना का जिक्र करते हुए दुख जताया.
उन्होंने कहा कि यहां दिल को दहलाने वाली घटना यहां घटी है. उन्होंने कहा कि लोग राजनीति करते हैं, राजनीति करें, लेकिन बच्चों के मन में जहर न डालें. उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि ऐसी चीज मन में ना लाएं, जो दूसरों को दुःख दे और खुद को परेशानी हो. उन्होंने कहा कि बच्चे देश के भविष्य हैं. बच्चों पर ही देश का भविष्य निर्भर करेगा. बच्चे अच्छी चीज सीखें. खराब चीज न सीखें. नकारात्मक छोड़ें, सकारात्मक को अपनाएं. हम 70 वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहे हैं.
इस अवसर पर हमें संकल्प लेना होगा. बच्चों को ऑल राउंडर बनना होगा. राज्यपाल ने इस अवसर पर संताल हूल एंड इट्स लिजेसी और भारतीय जीवन दर्शन नामक पुस्तक का लोकार्पण किया. मौके पर सेंट्रल तसर रिसर्च इंस्टीट्यूट और नेशनल एकेडेमिक डिपॉजिट्री के लिए एनएसडीएल के साथ विश्वविद्यालय द्वारा एमओयू किया गया. वहीं बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट ऑफ पालियो साइंस लखनऊ के साथ दामोदर बेसिन और राजमहल के फॉसिल्स पर अध्ययन और शोध के लिए कोलैबोरेशन किया गया. समारोह को विशिष्ट अतिथि समाज कल्याण मंत्री लोइस मरांडी ने भी संबोधित किया.