रांची: झारखंड में जमीन अधिग्रहण, भीड़ के द्वारा हिंसा, भोजन के अधिकार, गाय के नाम पर होने वाली हत्या को लेकर "साझा कदम" के बैनर तले सामाजिक कार्यकर्ता हर्ष मंदर , ज्यां द्रेज, दयामणि बारला समेत कई लोग मौजूद थे. प्रभात खबर फेसबुक लाइव की टीम ने हर्ष से विशेष बातचीत की. हमने झारखंड से […]
रांची: झारखंड में जमीन अधिग्रहण, भीड़ के द्वारा हिंसा, भोजन के अधिकार, गाय के नाम पर होने वाली हत्या को लेकर "साझा कदम" के बैनर तले सामाजिक कार्यकर्ता हर्ष मंदर , ज्यां द्रेज, दयामणि बारला समेत कई लोग मौजूद थे. प्रभात खबर फेसबुक लाइव की टीम ने हर्ष से विशेष बातचीत की. हमने झारखंड से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर बने माहौल पर भी सवाल किया. उन्होंने कहा, देश किसी एक धर्म के लोगों का नहीं है. इस देश पर सबका अधिकार है.
यही इस देश की खासियत रही है यहां कई धर्म को मानने वाले लोग, अलग- अलग संस्कृति है. धर्मांतरण कानून झारखंड के परिपेक्ष में कितना जरूरी है. इस क्या असर पड़ेगा. इस सवाल पर हर्ष ने कहा, इस कानून में है धोखे और प्रलोभन देकर किसी का धर्म नहीं बदला गया लेकिन इसकी स्पष्ट व्याख्या नहीं की गयी कि धोखा और प्रलोभन क्या है. कोई सेवाभाव से आकर्षित होगा तो उसे भी प्रलोभन माना जायेगा.
हर्ष ने आंदोलन की रूप रेखा पर भी बातचीत की. उन्होंने हमारे कई सवालों का खुलकर जवाब दिया. उन्होंने बताया कि यात्रा असम से शुरू होगी और गुजरात के पोरबंदर में खत्म होगी. इसे मोहब्बत का कारवां का नाम दिया गया है.
यात्रा झारखंड से होकर गुजरेगी इस यात्रा में जहां – जहां ऐसी घटनाएं हुई हैं उनके परिवार वालों से मुलाकात करेंगे. लोगों को हिंसा के खिलाफ जागरूक किया जायेगा. हर्ष इस मौके पर प्रभात खबर लाइव कार्यक्रम में खुलकर कई मुद्दों पर बोले, उन्होंने सीएनटी – एसपीटी , धर्मांतरण, मॉब लीचिंग पर अपनी बात रखी. इस मौके हमारे साथ प्रेम प्रकाश भी थे उन्होंने भी राजनीति और आंदोलन में आ रहे बदलाव पर बात की. धर्मांतरण के मुद्दे पर अपनी आवाज मुखर करते हुए कहा कि मैं किस धर्म को मानूंगा यह मेरा अधिकार है. नया कानून उपायुक्त को यह अधिकार देता है कि मैं इसकी जानकारी उसे दूं कि मैं कौन सा धर्म अपना रहा हूं.