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रिम्स में समय पर और बढ़िया खाना नहीं मिला, तो होगी कार्रवाई : मंत्री
निरीक्षण. स्वास्थ्य मंत्री ने खाना चखा, डायटिशियन को लगी फटकार रांची : स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने कहा है कि रिम्स में भरती मरीजों को हर हाल में गुणवत्तापूर्ण खाना मिलना चाहिए. ऐसी शिकायत मिली है कि यहां मरीजों को समय पर खाना नहीं दिया जाता है. मरीज बाहर से खाना मंगाकर खाते हैं. यह […]
निरीक्षण. स्वास्थ्य मंत्री ने खाना चखा, डायटिशियन को लगी फटकार
रांची : स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने कहा है कि रिम्स में भरती मरीजों को हर हाल में गुणवत्तापूर्ण खाना मिलना चाहिए. ऐसी शिकायत मिली है कि यहां मरीजों को समय पर खाना नहीं दिया जाता है. मरीज बाहर से खाना मंगाकर खाते हैं. यह स्वीकार योग्य नहीं है.
उन्होंने कहा कि मरीज को सिर्फ आलू-चावल ही नहीं खिलाना है. उन्हें हरी सब्जी भी दीजिये. उन्होंने पूछा कि खाना की जांच कौन करता है.
बताया गया कि उपाधीक्षक जांच करते हैं. इस पर मंत्री ने कहा कि टेबल पर किचन से बढ़िया खाना मंगा कर दिखा दिया जाता है. जिम्मेदार व्यक्ति औचक निरीक्षण कर वार्ड तक जायें, वहां देखें कि खाना कैसा मिल रहा है. मंत्री मंगलवार को दोपहर तीन बजे बिना बताये विभागाध्यक्षों के साथ बैठक करने अपने चैंबर में पहुंचे हुए थे.
विभागाध्यक्षों से कहा कि रिम्स का नाम देश-विदेश मेें है, इसकी इज्जत बचाइये. अपनी जिम्मेदारी निभायें. मौके पर प्रभारी निदेशक डॉ आरके श्रीवास्तव, डॉ विवेक कश्यप, डॉ तुलसी महतो, डाॅ एके चौधरी, डॉ एस टोप्पो, डॉ एके शर्मा, डॉ वीवी सिन्हा, डॉ आरजी बाखला व डेंटल कॉलेज के प्राचार्य डॉ पंकज गोयल आदि मौजूद थे.
एनपीए लेकर प्रैक्टिस करनेवालों की हो रही है जांच
मंत्री ने कहा कि एनपीए लेनेवाले डॉक्टरों के प्रैक्टिस पर सरकार नजर रख रही है. इसके लिए अलग से टीम बना दी गयी है. अगले माह तक टीम को रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है. अगर डॉक्टर एनपीए लेते हैं, तो उन्हें कहीं प्रैक्टिस नहीं करनी है. लगातार यह शिकायत मिल रही है. जांच में जो भी पकड़े जायेंगे, उन पर कार्रवाई की जायेगी.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आखिर अधीक्षक डॉ एसके चौधरी किससे आदेश लेकर बाहर जाते हैं. मंत्री ने प्रभारी निदेशक डॉ आरके श्रीवास्तव से पूछा कि क्या आपको इस बारे में सूचना है या नहीं. उन्होंने जवाब दिया नहीं . यह सुनते ही मंत्री बाेले- तानाशाही नहीं चलेगी. अगर दोबारा ऐसा हुआ, तो हटा दिया जायेगा. बतायें, किस सिस्टम से काम हो रहा है, किसे जिम्मेदारी देकर गये हैं, यह भी पता नहीं है. प्रभारी निदेशक से मंत्री ने कहा कि अब ऐसा दोबारा नहीं होना चाहिए, इसे सुनिश्चित करायें.
मंत्री ने कहा कि अनुबंध पर डॉक्टरों को बैठा कर वेतन देने के लिए नहीं रखा गया है. डॉक्टर समय पर आयें और निर्धारित समय तक काम करें. रिम्स में समय नहीं देते तो हटाने में देर नहीं करेंगे.
बाहर की दवा मंगाने पर डॉ रघुनाथ होंगे जिम्मेवार
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि शिकायत मिली है कि मरीजों से बाहर से दवाइयां मंगायी जा रही है, जबकि हम दवाइयां मुहैया करा रहे हैं. अगर मरीजों से बाहर से दवाइयां मंगायी गयी, तो मेडिकल अफसर डाॅ रघुनाथ जिम्मेदार होंगे. निदेशक से मंत्री ने लिखित में पूछा है कि डॉ रघुनाथ बतायें कि आखिर रिम्स में क्या दवाइयां की कमी हो गयी है. इस बीच मंत्री चेंबर में पहुंचते ही डॉ रघुनाथ पर बिफर पड़े. उन्होंने कहा कि आप भगवान से डरें, गरीब मरीज के खून-पसीना का पैसा बरबाद नहीं करें.
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