केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजीजू ने झामुमो सांसद संजीव कुमार द्वारा उठाये गये सवाल के जवाब में यह जानकारी बुधवार को राज्यसभा में दी है. उन्होंने बताया है कि इन अफसरों को प्रोन्नति की निर्धारित गाइड लाइन के तहत प्रोन्नति दी गयी है.
गृह राज्य मंत्री ने अपने जवाब में कहा है कि एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत पर आइपीएस मनोज कौशिक के खिलाफ जांच शुरू की थी. एसीबी ने पीई-10/2014 दर्ज की थी. इस मामले की जांच अभी जारी है. 1985 बैच के आइपीएस बीबी प्रधान के विरुद्ध पोर्टेबल इंफ्लेटेबुल इमरजेंसी लाइटिंग सिस्टम की खरीद में गड़बड़ी करने की शिकायत मिली थी. इसकी जांच की गयी. जांच में आरोप प्रमाणित नहीं हुआ. इसके बाद जांच बंद कर दी गयी. 1998 बैच के अधिकारी प्रवीण सिंह के खिलाफ पैसा वसूली की शिकायत मिली थी. इसके मद्देनजर वर्ष 2007 में एसीबी ने पीई दर्ज कर जांच शुरू की थी. जांच में आरोप प्रमाणित नहीं होने के बाद सरकार के आदेश के आलोक में जांच बंद कर दी गयी.