रांची : एकल अभियान एक अनूठा अभियान है. इसके माध्यम से समाज में बदलाव आया है. यह अभियान विकास का मार्ग प्रशस्त कर रहा है. जब किसी समाज में जागृति आती है, तो उसका विकास होता है. उक्त बातें वक्ताओं ने शनिवार को वनबंधु परिषद रांची चैप्टर के तत्वावधान में होटल कैपिटोल हिल में आयोजित एकल को जानें कार्यक्रम में कही.
राज्य सभा सांसद महेश पोद्दार ने कहा कि एकल अभियान को एक लाख गांवों तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है. एकल अभियान से पांच आयाम जोड़े गये हैं. विकास के लिए शिक्षा आवश्यक है. इसके माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जागरूकता की कमी के कारण भी विकास प्रभावित हो रहा है. उन्होंने एक आदर्श गांव योजना के तहत एक गांव को गोद लिया है, पर वह चाहकर भी वहां अपनी इच्छा के अनुरूप काम नहीं कर पा रहे हैं. प्रखंड स्तर के पदाधिकारी से वह सहयोग नहीं मिल रहा है, जो मिलना चाहिए. इस स्थिति में लोगों में जागरूकता काफी आवश्यक है. उन्होंने अपनी ओर से एक चलंत कंप्यूटर लैब देने का आश्वासन दिया.
मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने कहा कि एकीकृत बिहार में इस क्षेत्र की उपेक्षा हुई. क्षेत्र के पिछड़ापन के कारण ही अलग राज्य का गठन किया गया है. विकास के लिए सरकार के साथ समाज का सहयोग आवश्यक है. एकल अभियान एक अनूठा प्रयास है. यह अभियान सामाजिक विकास के साथ-साथ आर्थिक विकास में सहायक साबित हो रही है.
अमेरिका से आये ग्रामोत्थान योजना के ग्लोबल समन्वयक डॉ हसमुख भाई साह ने कहा कि आज गांव व शहर के बीच का अंतर काफी बढ़ गया है. शिक्षा के माध्यम से हम विकास कार्य को आगे बढ़ा सकते हैं. शिक्षा के बिना विकास की बात नहीं की जा सकती. उन्होंने अधिक से अधिक लोगों से इस अभियान से जुड़ने की अपील की. एकल प्रयास के संपादक विजय मारू ने झारखंड में एकल अभियान के तहत चलाये जा रहे कार्यक्रम के बारे में बताया. वनबंधु रांची चैप्टर के संरक्षक ज्ञान प्रकाश जालान ने एकल विद्यालय के बच्चों को सोलर लैंप प्रदान किया. एकल विद्यालय में सहयोग करने वाले दानदाता परिवार को प्रशस्ति पत्र दिया गया. कार्यक्रम का संचालन बबीता जालान, स्वागत भाषण उपाध्यक्ष रेखा जैन एवं धन्यवाद ज्ञापन आशीष मोदी ने किया. कार्यक्रम में वनबंधु परिषद रांची चैप्टर के पदाधिकारी मौजूद थे.
आचार्या ने विद्यालय संचालन की दी जानकारी
कार्यक्रम में अनगड़ा प्रखंड के साहेदा ग्राम में चलनेवाले एकल विद्यालय की आचार्या मीना कुमार ने विद्यालय संचालन के तरीकों की जानकारी दी. उन्होंने सभा कक्ष में बच्चों को पढ़ाया और विद्यालय में पढ़ाने के अपने अनुभव साझा किये़ सिल्ली के छात्र प्यारे लाल महतो ने एकल विद्यालय के अपने अनुभव के बारे में बताया.