रांची: राष्ट्रपति चुनाव को लेकर यूपीए के अंदर सरगरमी तेज है़ प्रदेश यूपीए के नेताओं की नजर पटना से लेकर दिल्ली पर है़ प्रदेश में यूपीए की राजनीति बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और कांग्रेस के फैसले की बीच फंसा है़ एनडीए की ओर से राष्ट्रपति के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के समर्थन के लिए भाजपा और सहयोगी दलों ने मुहिम चलाया है़ रामनाथ कोविंद बिहार के राज्यपाल हैं. ऐसे में नीतीश कुमार का समर्थन कोविंद को मिलता है, तो झारखंड में परिदृश्य बदल सकता है़.
झाविमो नीतीश कुमार के साथ जा सकता है़ हाल के दिनों में झाविमो और जदयू को नजदीकियां बढ़ी हैं. बाबूलाल मरांडी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संपर्क में हैं. ऐसे में झाविमो पर नीतीश कुमार के साथ जाने का दबाव हो सकता है़ वहीं, झामुमो फिलहाल कांग्रेस के साथ है़ झामुमो को 22 जून को दिल्ली में यूपीए की बैठक का इंतजार है़.
यूपीए की बैठक में झामुमो को बुलाया गया है़ यूपीए की बैठक में कांग्रेस ने उम्मीदवार देने का फैसला किया, तो सीन बदल सकता है़ झामुमो पर कांग्रेस के साथ जाने का दबाव होगा़ झामुमो राष्ट्रपति चुनाव के बहाने भावी राजनीति की गोटी चल सकता है़ कांग्रेस भी झामुमो के साथ आगे गंठबंधन का रास्ता साफ करना चाहेगी़