परिजनों व ग्रामीणों से बात करती वृंदा एवं अपने पिता को याद कर रोते मृतक दशरथ के पुत्र को चुप कराती वृंदा करातगोला़ मैं यहां कोई लंबा -चौड़ा भाषण देने नहीं आयी हूं.सीपीएम लाल झंडे की तरफ से मैं लोगों का दुख-दर्द सुनने आयी हूं. उक्त बातें सीपीएम नेत्री सह राज्यसभा सदस्य वृंदा करात ने कही. उन्होंने कहा कि यहां लोगों से बातचीत करने के बाद जो बातें सामने आयी है, उससे प्रतीत होता है कि आपकी मांग सौ प्रतिशत सही है. आप लोगों का आंदोलन पूरी तरह जायज है.
लेकिन कंपनी गैर कानूनी काम कर रही है. जिस प्रशासन का काम लोगों को सुरक्षा प्रदान करना था, वह थाना एवं फैक्टरी में बैठ कर कंपनी के सुरक्षा गार्ड की तरह गुंडागर्दी का काम रही है. यहां की रघुवर दास की सरकार में पुलिस राज कायम है. इस कारण लोगों का शोषण करने वाली फैक्टरी को प्रशासन बचा रही है. उन्होंने कहा कि जो दो लोग शहीद हुए हैं, उनकी शहादत व्यर्थ नहीं जायेगी. यह संघर्ष लंबा चलेगा. मारे गये आंदोलनकारियों के बच्चे, पत्नी तड़प रहे हैं. लेकिन आप याद रखें अगर आपको जीतना है या कुछ पाना है तो कुरबानी से मत घबराओ और डरो नहीं. उन्होंने कहा कि मुझे वह सबूत मिल गये हैं, जिसमें कंपनी ने लोगों के साथ वायदे किये थे. लेकिन पिछले नौ-10 वर्षों से कंपनी ने एक भी वायदे को पूरा नहीं किया है.
उन्होंने कहा कि पुलिसवाले आंदोलनकारियों को डराना-धमकाना बंद करे. उन्होंने कहा कि इसकी न्यायिक जांच हो. यहां की जांच पर उन्हें भरोसा नहीं है. उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि वे इस मामले को लेकर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मिलेंगी. साथ ही इस मुद्दे को संसद में भी उठाने की बात कही. रो पड़ा मृतक दशरथ नायक का पुत्र वृंदा करात ने जब मृतक दशरथ नायक के घर पहुंची, तो इसके पुत्र मंतोष नायक फफक – फफक कर रो पड़ा. उन्होंने मंतोष को चुप कराया. इसके अलावे उन्होंने मृतक फुतू महतो के घर पहुंच कर परिजनों से मिल कर सांत्वना दी.
मेरे पति निर्दोष हैं : सिमरनराजीव जायसवाल की पत्नी सिमरन सौम्या ने वृंदा करात के समक्ष अपनी पीड़ा रखी. उन्होंने कहा कि मेरे पति को फंसाया गया है. क्योंकि वह हमेशा से गरीब और विस्थापितों की समस्या को लेकर आंदोलन कर रहे थे. उन्होंने पार्षद ममता देवी समेत आंदोलन में शामिल अन्य लोगों को निर्दोष बताते हुए गोली चलाने वाले पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की. इस पर वृंदा करात ने राजीव की पत्नी को आश्वासन दिया.