गिद्दी (हजारीबाग) : वर्षों से श्मसान घाट में मुर्दों का अंतिम संस्कार करने वाले सुदामा साव उर्फ साधु ने अपने शरीर पर केरोसिन उड़ेल कर आत्महत्या करने की कोशिश की. सुदामा साव बुरी तरह झुलस गये है. उन्हें तुरंत इलाज के लिए रामगढ़ सिटी नर्सिंग होम ले जाया गया है. उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. यह घटना सोमवार सुबह की है. घटना के संबंध में सुदामा साव की पत्नी गीता देवी ने बताया कि रविवार रात में वे हमें गिद्दी श्मसान घाट में बनी कुटिया में रहने को दवाब डाल रहे थे. हमने उन्हें कहा कि – घर है, तो हम वहां क्यों जायें. इस बात को लेकर वे गुस्से में आ गये.
सबसे पहले हम पर केरोसिन उड़ेल दिये और हमें जलाने की कोशिश की. पर हम किसी तरह बच गये. गीता देवी ने बताया कि सोमवार सुबह पांच बजे के आस-पास रिवर साइड भुरकुंडा स्थित अपने आवास के बाहर उन्होंने केरोसिन उड़ेल कर माचिस से आग लगा ली. बचाने की हमलोगों ने कोशिश की, लेकिन वे बुरी तरह से झुलस चुके थे. गीता देवी ने बताया कि हमलोग बड़कागांव के रहने वाले है. सुदामा साव लगभग 22 वर्षों से गिद्दी श्मसान घाट में मुर्दों को जलाने का कार्य कर रहे है. चिकित्सकों ने बताया है कि सुदामा साव 80 प्रतिशत से अधिक झुलस चुके हैं.