कामगारों में खुशी : 18 मार्च से उत्पादन व डिस्पैच ठप था
मांडू : सीसीएल की पुंडी कोलियरी में सीटीओ क्लीयरेंस होने के बाद मंगलवार से कोलियरी का उत्पादन कार्य प्रारंभ हो गया. इससे पुंडी परियोजना में काम करने वाले करीब 526 कामगारों में खुशी का माहौल है. प्रथम पाली में काम करने के लिए कोलियरी पहुंचनेवाले सभी मजदूरों के साथ साथ कई पदाधिकारियों ने भी बड़े उत्साह के साथ ड्यूटी की.
इस दौरान कामगारों ने करीब साढ़े चार महीने से खड़े डोजर को बाहर निकाला और विधिवत नारियल फोड़ कर मशीन को खुली खदान के अंदर प्रवेश कराया. डोजर ऑपरेटरों ने भी सभी कामगारों का साथ दिया.
जानकारी के अनुसार पुंडी परियोजना का सीटीओ क्लीयर नहीं होने पर विगत 18 मार्च से कोलियरी का उत्पादन व डिस्पैच कार्य पूर्ण रूप से बंद पड़ा था. करीब साढ़े चार महीने बाद सीसीएल रांची मुख्यालय से जारी निर्देश के बाद मंगलवार को पुंडी कोलियरी में मशीनें चलने लगीं. इधर पुंडी में पुनः कार्य चालू होने पर सीसीएल कामगारों में मनीष चंद्रा, मनु महतो, समशाद अली, राजकुमार ठाकुर, विमल अग्रवाल, संजय कुमार, तारकेश्वर साव, भोला प्रसाद रवानी, कुलदीप महतो, डालचंद महतो, ध्रुव कुमार आदि कई लोगों ने प्रबंधन के प्रति आभार प्रकट कर हर्ष व्यक्त किया है.
कोलियरी के यार्ड में एक लाख 34 हजार 955 लाख मिट्रिक टन है कोयले का स्टॉक : सीसीएल के आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में पुंडी परियोजना में 1 लाख 34 हजार 955 लाख मीट्रिक टन कोयले का स्टॉक है. पुंडी मैनेजर मनोज कुमार ने बताया कि सीटीओ क्लीरेंस होने के बाद अब सभी स्टॉक कोयले को जल्द ही डिस्पैच करने की प्रक्रिया प्रारंभ की जायेगी. इसके लिए उन्होंने जल्द ही बिडिंग कराये जाने की जानकारी दी.