नियमानुसार मुद्रा और लेखा कार्य संपादन करने वाले कर्मचारियों का टेबल स्थानांतरण तीन वर्षों के पश्चात करना जरूरी
चार वर्षों से नहीं मिली है लिपिकों को पदोन्नति
रामगढ़ : रामगढ़ समाहरणालय समेत जिला के विभिन्न कार्यालयों में नियमों को ताक पर रख कर वर्षों से एक ही टेबल पर कई लिपिक व प्रधान लिपिक जमे हैं. आये दिन कार्यालयों में इन लिपिकों व प्रधान लिपिकों के तबादले को लेकर चर्चा होती है. इनके तबादले की फाइल भी थोड़ी बहुत हिलती है, लेकिन कभी भी इनका तबादला नहीं होता है.
जबकि नियमानुसार किसी भी सेवक को एक बार लगातार तीन वर्ष से अधिक अवधि तक किसी एक टेबल व किसी एक अंचल व प्रखंड में नहीं रहने देना चाहिए. पांच वर्षों के बाद अनिवार्य रूप से उनका स्थानांतरण किया जाना आवश्यक है, लेकिन जिला में बहुत से लिपिक व प्रधान लिपिक पांच वर्षों से अधिक समय से एक ही टेबल को संभाले हैं.
इसके अलावा नियम के अनुसार वैसे लिपिक व प्रधान लिपिक जो मुद्रा व लेखा कार्य को संपादित करते हैं, उनका स्थानांतरण तीन वर्ष के पश्चात अनिवार्य रूप से करना है. जिले में समाहरणालय समेत प्रखंड, अंचलों के अलावा अन्य कार्यालयों में मुद्रा व लेखा कार्य संपादित करने वाले कर्मचारी तीन वर्षों से अधिक समय से एक ही स्थान पर जमे हैं.
पदोन्नति की घोषणा के बाद भी पदोन्नति नहीं दी गयी : कुछ महीने पूर्व कुछ कर्मचारियों को पदोन्नति देने की घोषणा की गयी थी. पदोन्नति के साथ ही तबादले की भी बात कही गयी थी, लेकिन पदोन्नति में गड़बड़ी की शिकायत व कर्मचारियों के विरोध के बाद फाइल को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया. इस पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.