रामगढ़ : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश एसएफडी सह प्रमुख राजेश ठाकुर की रिहाई सोमवार को हुई. श्री ठाकुर को 2014 के एक चर्चित मामले में कोर्ट के द्वारा वारंट जारी किया गया था. इस मामले में उन्होंने 17 मई को कोर्ट में सरेंडर किया था. जिसमें आज 20 मई 2019 को कोर्ट ने जमानत मिली. जेल के बाहर अपने नेता श्री ठाकुर को विद्यार्थी परिषद, बजरंग दल, बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने संयुक्त रूप से स्वागत किया.
जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद पत्रकारों से बातचीत में राजेश ठाकुर ने कहा कि रामगढ़ उपकारा में कैदियों की स्थिति काफी दयनीय है. यहां कैदियों के साथ जानवर की तरह व्यवहार किया जाता है. उन्होंने कहा कि जेल में खाना खराब दिया जाता है. प्राथमिक उपचार की भी सही व्यवस्था नहीं है. मूलभूत सुविधाओं से रामगढ़ के कैदी वंचित है. पीने का पानी का भी अभाव है. कहा कि इस मामले को लेकर जेल के उच्च अधिकारी व राज्य के मुख्यमंत्री से मिलकर जानकारी दी जायेगी.
स्वागत करनेवालों में विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक गौतम महतो, प्रेम कुमार विश्वकर्मा, किशन राम अकेला, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अंशु पान्डे, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रविन्दर महतो, सुरेंद्र पांडे, बजरंग दल नगर संयोजक आनंद पाठक, आनंद पान्डे, रामगढ़ नगर संयोजक मनोज सिंह, अमित ठाकुर, मणीशंकर ठाकुर, गौतम सिंह, तिंकू कुमार, सुजित ठाकुर, राजू ठाकुर आदि मौजूद थे.