सदर अस्पताल में ज्योति राणा का ऑपरेशन किया गया. तथा ऑपरेशन के माध्यम से ज्योति राणा ने बच्चे को जन्म दिया. ऑपरेशन के बाद ज्योति राणा कि स्थिति खराब होने लगी तथा उसका पेशाब होना बंद हो गया. इसकी शिकायत करने पर चिकित्सक आये तथा इसका उपचार किया. चिकित्सकों ने ज्योति राणा के पति संजीव राणा से कहा कि सब कुछ सामान्य हो गया है.
लेकिन देर रात होते-होते ज्योति राणा कि हालत बिगड़ने लगी. हालत बिगड़ते देख उसके पति ने काफी प्रयास किया तथा अस्पताल में चिकित्सक कक्ष व नर्स कक्ष का दरवाजा पीटा लेकिन वहां कोई नहीं था. काफी हंगामा करने के बाद लगभग एक घंटे बाद चिकित्सक आये. पति संजीव राणा के अनुसार चिकित्सकों ने उसकी पत्नी कि छाती पंप कर व ऑक्सीजन दिया. लेकिन तब तक उसकी पत्नी ज्योति राणा की मौत हो चुकी थी. संजीव राणा उर्फ छोटू राणा का कहना है कि यदि चिकित्सक समय पर आ जाते तो उसकी पत्नी की जान बच सकती थी.