प्रबंधन का यह कदम कोयला उद्योग व मजदूर हित में नहीं है. हाथीदाड़ी, बांसगढ़ा, लोवर सिमाना, अपर सिमाना खदान में कोयले का प्रचूर भंडार मौजूद है. सौंदा डी परियोजना में पांच सौ से अधिक मजदूर काम करते हैं. प्रबंधन इन्हें अन्यत्र भेजने की तैयारी में है. प्रबंधन को चेतावनी देते हुए वक्ताओं ने कहा कि 21 जुलाई तक सकारात्मक पहल नहीं करने पर 22 जुलाई से बरका-सयाल क्षेत्र में कोयला ट्रांसपोर्टिंग का काम ठप कर दिया जायेगा.
मौके पर अशोक गुप्ता, देवकरण यादव, दिलीप देवधरिया, विनय महतो, मोती राम, संतोष यादव, रमाकांत दुबे, हरिशंकर पांडेय, रामजनम पासवान, जितेंद्र यादव, योगेंद्र मांझी, सुरेश प्रसाद, लक्ष्मी नारायण, शंभु ठाकुर, संजय भारती, विश्वकर्मा करमाली, जितेंद्र कुमार, सुबोध कुमार, सीता भुइयां, शंकर, भरत प्रसाद, नीरज भट्ट, रंजीत करमाली, मनोज मौजूद थे.