गिद्दी(हजारीबाग) : संयुक्त मोरचा ने बुधवार को गिद्दी उत्खनन कार्यशाला में आयोजित पीट मीटिंग में मजदूर नेता मिथिलेश सिंह, कन्हैया सिंह, अरूण कुमार सिंह, शशिभूषण सिंह, दीपू अखौरी ने अपनी-अपनी बातें रखी. वक्ताओं ने कहा कि सीएमपीएफ का इपीएफ में विलय के विरोध सहित कई मांगों को लेकर कोयला उद्योग में 19 से 21 जून तक तीन दिवसीय हड़ताल आहूत की गयी है.
सीएमपीएफ के इपीएफ में विलय होने से मजदूरों को आर्थिक नुकसान होगा. अभी तक 10वां वेतन समझौता लागू नहीं हुआ है. सरकार कोयला उद्योग को निजीकरण करने की साजिश रच रही है. वक्ताओं ने एक स्वर में तीन दिवसीय हड़ताल को सफल बनाने का आहवान किया. मौके पर इदरीस आलम, देवनाथ महली, रीत कपूर, विजय सिंह, नारायण, धर्मेंद्र सिंह, मंगा लिड़वा, लालमोहन महतो, उमेश प्रसाद, मोहम्मद आजाद, रोहित महतो, जतरू, सूरज, जितेंद्र भुईयां, मुसलिम, बरातू महतो, बालमुकुंद, परमेश्वर, मनोज, श्रवण सहित व अन्य मजदूर मौजूद थे.
हड़ताल को लेकर परियोजना में एकजुट हुए श्रमिक नेता
घाटोटांड़. 10वां वेतन समझौता जल्द लागू करने, सीएमपीएफ-इपीएफ विलय पर रोक सहित सात सूत्री मांग को लेकर तीन दिवसीय हड़ताल की तैयारी को लेकर बुधवार को संयुक्त मोरचा ने सीसीएल चरही हजारीबाग क्षेत्र के तीन परियोजनाओं में पीट मीटिंग की. श्रमिक नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के कारण लिए आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ रहा है.
यह हड़ताल कोयला उद्योग सहित कोयला मजदूरों का भविष्य तय करेगा. आगामी 19,20 व 21 जून को होने वाले राष्ट्रव्यापी हड़ताल को विफल करने का साजिश भी सरकार द्वारा किया जा रहा है. इसके लिए सरकार कई हथकंडे अपना सकती है इससे सावधान रहते हुए पूरी एकजुटता के साथ सभी मजदूर हड़ताल पर रहेंगे. पीट मीटिंग में श्रमिक शंकर सिंह, बालेश्वर महतो, बसंत कुमार, रामलखन सिंह,बसंत राम,लक्ष्मी नारायण सिंह , बलभद्र दास, खुशी लाल महतो, द्वारिका सिंह उर्फ खोखा सिंह, मदन महतो,दिलीप सिंह, परमेश्वर करमाली शामिल थे.