Advertisement
ऋण स्वीकृत नहीं होने पर आत्महत्या करने पहुंचा दिव्यांग
मेदिनीनगर : छतरपुर के लठेया के डुंडुर गांव के स्वर्गीय भोला बैगा के दिव्यांग पुत्र श्रवण बैगा ने बैंक पदाधिकारियों की मनमानी से तंग आकर आत्महत्या करने का प्रयास किया. श्रवण पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सोमवार को दोपहर में उपायुक्त कार्यालय के समक्ष अपने शरीर पर केरोसिन आत्महत्या करने का प्रयास किया था. वहां […]
मेदिनीनगर : छतरपुर के लठेया के डुंडुर गांव के स्वर्गीय भोला बैगा के दिव्यांग पुत्र श्रवण बैगा ने बैंक पदाधिकारियों की मनमानी से तंग आकर आत्महत्या करने का प्रयास किया. श्रवण पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सोमवार को दोपहर में उपायुक्त कार्यालय के समक्ष अपने शरीर पर केरोसिन आत्महत्या करने का प्रयास किया था. वहां पर मौजूद दंडाधिकारी व पुलिस कर्मियों ने उसे आत्महत्या करने से रोक दिया.
इसकी जानकारी मिलने पर पलामू के उपायुक्त अमीत कुमार ने उस दिव्यांग युवक को अपने कार्यालय में बुलाकर उसकी पीड़ा से अवगत हुए. दिव्यांग श्रवण ने उपायुक्त को बताया कि वह पढ़ा लिखा युवक है. प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत उसे लोन के रूप में चार लाख रुपये स्वीकृत हुआ था. लेकिन बैंक के पदाधिकारियों के मनमानी के कारण उसे लोन की राशि नहीं मिल सकी. व्यवस्था से तंग आकर उसने तीन दिसंबर को भी उपायुक्त से गुहार लगाया था.
लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. अंतत: उसने आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त करना ही बेहतर समझा. उसने उपायुक्त को बताया कि जीविकोपार्जन के लिए उसने व्यवसाय करने का मन बनाया था. इसी उद्देश्य को लेकर वह लोन ले रहा था. लेकिन आदिम जनजाति परिवार से जुड़े होने के कारण बैंक के पदाधिकारियों को यह भी रास नहीं आ रहा है. उपायुक्त श्री कुमार ने दिव्यांग श्रवण को समझाते हुए कहा कि तुम तो बहादुर युवक हो. कायरतापूर्ण कदम क्यों उठा रहे हो. जो भी परेशानी है बताओ उसका समाधान किया जायेगा. उपायुक्त ने तीन मार्च तक स्वीकृत लोन की राशि उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement