महिलाओं व युवाओं को रोजगार से जोड़ा जायेगा
मेदिनीनगर/लेस्लीगंज : उग्रवाद प्रभावित पलामू में महिलाओं और युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए प्रशिक्षण पर जोर दिया जायेगा. इंटीग्रेटेड एक्शन प्लान अब अतिरिक्त केंद्रीय सहायता के नाम से जाना जायेगा. इसके तहत पलामू को जो राशि प्राप्त होगी, उसमें प्रशिक्षण के कार्यक्रम पर अपेक्षित ध्यान दिया जायेगा. प्रशासन का यह मानना है कि निर्माण कार्य के लिए विभिन्न मदों में राशि है. सड़क, नली, गली का निर्माण हो जायेगा.
लेकिन जब महिलाओं व युवाओं को प्रशिक्षण से जोड़ कर हुनरमंद बनाया जायेगा, तो वह उग्रवाद को रोकने में कारगर सिद्ध होगा. क्योंकि हुनर के आधार पर रोजगार मिलेगा. जब लोगों के पास रोजगार होगा तो स्वत: लोगों का ध्यान रचनात्मक कार्यो में लगेगा. पलामू उपायुक्त मनोज कुमार की मानें, तो इस दिशा में जिले में प्रयास शुरू कर दिया गया है. यह प्रयास किया जा रहा है कि अधिक से अधिक युवाओं व महिलाओं को प्रशिक्षण कार्यक्रम से जोड़ा जाये. मंगलवार को उपायुक्त मनोज कुमार ने लेस्लीगंज का दौरा किया.
लेस्लीगंज में झारक्राफ्ट का ट्रेनिंग सेंटर बनेगा. जिसमें महिलाओं को रेशम का सामान व बांस से बनाये जाने वाले उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दिया जायेगा. इसकी ट्रेनिंग दो माह की होती है, एक सत्र में 50 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाता है. इसके लिए झारक्राफ्ट को एक बेहतर स्थान की जरूरत होती है, जिसमें वर्कशॉप चलाया जा सके. इसके लिए लेस्लीगंज में एससीजीएसवाइ के तहत बने प्रशिक्षण भवन का चयन किया गया है.
उपायुक्त श्री कुमार ने वहां जाकर भवन का निरीक्षण किया. बताया कि 15 जनवरी से पहले प्रशिक्षण का कार्य शुरू हो जायेगा. प्रयास यह किया जा रहा है कि पलामू में ऐसे आठ सेंटर खोले जायें, ताकि महिलाएं स्वरोजगार से जुड़ें. निरीक्षण के दौरान प्रशिक्षु आइएएस डॉ शांतनु कुमार अग्रहरी, झारक्राफट के रिजनल डायरेक्टर डीएल प्रसाद, सीओ आफताब आलम आदि मौजूद थे.