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शुरू होगा राजसूय महायज्ञ
आयोजन. कलश यात्रा व शाही स्नान के साथ मेदिनीनगर : शहर के बाईपास रोड स्थित हाउसिंग कॉलोनी परिसर में आयोजित विराट राजसूय महायज्ञ व श्रीमद भागवत महापुराण ज्ञानयज्ञ की तैयारी पूरी कर ली गयी है. 24 दिसंबर को कलश यात्रा व शाही स्नान के साथ महायज्ञ शुरू होगा. महामंडलेश्वर प्रज्ञा पिठाधीश्वर जगतगुरु धर्म सम्राट स्वामी […]
आयोजन. कलश यात्रा व शाही स्नान के साथ
मेदिनीनगर : शहर के बाईपास रोड स्थित हाउसिंग कॉलोनी परिसर में आयोजित विराट राजसूय महायज्ञ व श्रीमद भागवत महापुराण ज्ञानयज्ञ की तैयारी पूरी कर ली गयी है. 24 दिसंबर को कलश यात्रा व शाही स्नान के साथ महायज्ञ शुरू होगा.
महामंडलेश्वर प्रज्ञा पिठाधीश्वर जगतगुरु धर्म सम्राट स्वामी प्रज्ञानंद गिरी जी महाराज के नेतृत्व में इस महायज्ञ का आयोजन किया गया है. महायज्ञ समिति के अध्यक्ष राज्य के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी की देखरेख में राजसूय महायज्ञ की तैयारी की गयी है.
24 दिसंबर को सुबह नौ बजे यज्ञ स्थल परिसर से कलश यात्रा निकाली जायेगी. कलश यात्रा में देश के विभिन्न राज्यों से आये धर्माचार्य, महामंडलेश्वर व नागा साधु संत काफी संख्या में भाग लेंगे. कलश यात्रा की अगुवाई धर्माचार्यों द्वारा की जायेगी. वाराणसी से पांच रथ मंगाये गये हैं. रथ पर सवार होकर धर्माचार्य कलश यात्रा में भाग लेंगे. शहर के मुख्य मार्गों से गुजरते हुए कलश यात्रा में शामिल लोग कोयल नदी तट पहुंचेंगे, जहां धर्माचार्यों व महामंडलेश्वरों के अलावा नागा साधु और विभिन्न अखाड़ों से आये सन्यासी शाही स्नान करेंगे. मां गंगे की आराधना के बाद कलश में जल उठाया जायेगा.
बाजे-गाजे के साथ पलामू प्रमंडल सहित झारखंड के अलावा विभिन्न राज्यों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु भाग लेंगे. इसके बाद यज्ञशाला परिसर में वेद मंत्रोच्चार के साथ पूजन के बाद कलश स्थापित किया जायेगा. इससे पहले यज्ञ स्थल पर गणपति का पूजन होगा. 24 दिसंबर को ही उच्च कोटि के संत साधक दतात्रेय की जयंती मनायी जायेगी.
25 दिसंबर से शुरू होगा हवन यज्ञ: विराट राजसूय महायज्ञ को लेकर यज्ञशाला व प्रवचन पंडाल का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है. 15 तल्ला यज्ञशाला के अंदर 251 कुंड बनाये गये हैं.
इस हवन कुंड में सैकड़ों यजमान वेद मंत्रोच्चार के बीच आहुति देंगे. यज्ञाचार्य काली पीठाधीश्वर केश्वाचार्य एवं पंडित विष्णुदेव द्विवेदी द्वारा वेद मंत्रोच्चार के साथ हवन यज्ञ संपन्न कराया जायेगा. प्रतिदिन दक्षिण भारत से आये विद्वानों द्वारा चारो वेद का पाठ किया जायेगा. 25 दिसंबर से 31 दिसंबर तक महायज्ञ चलेगा. प्रतिदिन पारदेश्वर भगवान का रुद्राभिषेक होगा.
25 से शुरू होगा भागवत कथा: विराट राजसूय महायज्ञ में 25 दिसंबर से भागवत कथा महापुराण पर आधारित प्रवचन का कार्यक्रम शुरू होगा. चित्रकूट धाम से पधारे तुलसी पीठाधीश्वर धर्म चक्रवर्ती जगतगुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज का दोपहर तीन बजे से अमृतवाणी शुरू होगी. इससे पहले दोपहर 12 बजे से देश के विभिन्न क्षेत्रों से आये धर्माचार्यों व महामंडलेश्वर का भागवत महापुराण पर आधारित प्रवचन होगा.
जो धर्माचार्य लेंगे भाग
विराट राजसूय महायज्ञ में काशी पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी, महामंडलेश्वर स्वामी सर्वानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर स्वामी उमाकांतानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर स्वामी मार्तंडपुरी जी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी मैत्रेयीगिरी, महामंडलेश्वर हेमानंद सरस्वती, अश्वमेध पीठाधीश्वर स्वामी उपेंद्र परासर, हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि जी महाराज, शिवयोगी रघुवंशपुरी जी महाराज, स्वामी निरंजन जी महाराज, राजर्षि गांगेयहंस विश्वामित्र जी महाराज, महंत श्री महानंदपुरी, महंत श्री अगस्त्य गिरी, स्वामी दीपांकर, स्वामी अनादी सरस्वती, साध्वी प्रज्ञाभारतीय, महंत साध्वी विभानंद गिरी भाग लेंगे. इसके अलावा 31 दिसंबर की रात एक शाम कृष्ण के नाम जागरण होगा. कल्ली पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोदकृष्णा जी महाराज जागरण प्रस्तुत करेंगे.
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