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चीन से अर्थव्यवस्था को खतरा

मदिनीनगर : रविवार को स्वदेशी जागरण मंच ने गिरिवर इंटर के प्रशाल में चीन की चुनौतियां पर गोष्ठी का आयोजन किया. इसकी अध्यक्षता पूर्व नगर पर्षद अध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने की. गोष्ठी में मंच के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य मनोज कुमार सिंह ने कहा कि चीन आज हमारे देश के लिए गंभीर संकट के […]

दिनीनगर : रविवार को स्वदेशी जागरण मंच ने गिरिवर इंटर के प्रशाल में चीन की चुनौतियां पर गोष्ठी का आयोजन किया. इसकी अध्यक्षता पूर्व नगर पर्षद अध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने की. गोष्ठी में मंच के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य मनोज कुमार सिंह ने कहा कि चीन आज हमारे देश के लिए गंभीर संकट के रूप में खड़ा हुआ है.

भारत की सीमा तिब्बत के साथ लगी है, वहां चीन रेल लाइन, सड़क, हवाई पट्टी का निर्माण कर क्षेत्र का विकास कर रहा है. वहीं भारत के लोग आज भी वहां हवाई मार्ग से वहां जाते हैं. लेकिन आज देश की सरकार जनता को यह वास्तविकता बताने के बजाये अपने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को सबसे बड़ा दुश्मन बताता है, जबकि पाकिस्तान की सैन्य क्षमता भारत से बहुत कम है, दूसरी तरफ चीन का सुरक्षा बजट भारत से कई गुणा अधिक है.

गोष्ठी आयोजन के औचित्य पर प्रकाश डालते हुए श्री सिंह ने कहा कि स्वदेशी जागरण मंच इस अभियान के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रही है, साथ ही यह अपील भी कि सामान्य स्थिति में चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करें. जनजागरण के माध्यम से सरकार पर जन दबाव बनाये ताकि सरकार चीन को गंभीरता से लें, क्योंकि अभी सुरक्षात्मक बिंदु पर भी सरकार गंभीरता नहीं दिखा रही है.

अपने केंद्र प्रदेश सिक्किम में बिना वीजा के चीन में प्रवेश की छूट चीन ने दे रखा है, ताकि बाद में उस पर दावा कर सके. चीन के इस करतूत के बाद भी सरकार उसे रियायत देती है. इसका प्रतिफल है कि वर्ष 2002 में चीन के साथ व्यापार घटा 1.08 बिलियन डॉलर से बढ़ कर 2012-13 में देश की कुल व्यापार घाटा का 20 प्रतिशत अर्थात 41 बिलियन डॉलर हो गया.

भारत के बाजार चीनी उत्पादों से पटा हुआ है. गैर जरूरी उपभोक्ता वस्तु में भी चीन के समान है. इससे भारतीय उद्योग को खतरा है. यह स्थिति रही तो भारतीय उद्योग बंद हो जायेंगे, इसलिए इस पर गंभीर होकर सोचने की जरूरत है. विषय प्रवेश अभियान समिति के कामाख्या सिंह संचालन रमेश सिन्हा ने किया. मौके पर काफी संख्या में लोग मौजूद थे.

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