– रामनरेश तिवारी –
पाटन : बसदह का वृजदेव भुइयां परेशान है. उसकी परेशानी का सबब बैंक का नोटिस है. उसके नाम बैंक ने नोटिस भेजा है, जिसमें यह जानकारी दी गयी है कि उसने पंप के लिए जो ऋण लिया है, उसकी अदायगी अभी तक नहीं हो सकी है. जब से नोटिस आया है, वृजदेव परेशान है. उसे समझ नहीं आ रहा है कि आखिर उसने ऋण कब लिया.
उसके घर तो पंप ही नहीं है. इस तरह की ठगी का शिकार होनेवाला सिर्फ वृजदेव ही नहीं, बल्कि पाटन इलाके में कई लोग हैं, जिनके नाम पर बैंक से ऋण तो निकल गया, पर उन्हें मालूम नहीं. इसी तरह केसीसी से भी जुड़ा हुआ मामला है.
बसदह गांव के कई किसान ऐसे हैं. जिनके नाम पर ऋण स्वीकृत हुआ 25 हजार व पर लाभुकों को 19 हजार, 20 हजार रुपये ही मिले. लाभुकों की मानें, तो बैंक से तथाकथित बिचौलिये राशि ले जा रहे हैं. कागज पर हस्ताक्षर कराने के बाद वे बैंक से जाने को कह रहे हैं. उसके कुछ देर के बाद पैसा लेकर आते हैं और कहते हैं कि जितना मिल रहा है, लेकर जाओ. ज्यादा इंक्वायरी करने की जरू रत नहीं है.
स्वयंसेवी संस्था गांधी पुरुष विकास समिति को दो लाख का ऋण स्वीकृत हुआ था. एक लाख रुपया ही मिला. अध्यक्ष विश्वनाथ भुइयां का आरोप है कि वे लोग भी ठगे गये हैं. ऋण वनांचल क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक की पाटन शाखा द्वारा स्वीकृत किया गया है. लाभुकों ने इस पूरे मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने की मांग पलामू के उपायुक्त से की है.