मेदिनीनगर : झारखंड में विधानसभा का चुनाव लोकसभा चुनाव से पहले होने की उम्मीद प्रबल हो चुकी है. पलामू प्रारंभ से ही राजनीतिक पैठ के लिए सुर्खियों में रहा है. यहां विधानसभा के साथ-साथ यहां लोकसभा चुनाव की तैयारी की आहट मिलने लगी है. पलामू संसदीय सीट पर भाजपा और राजद दोनों की नजर लगी है.
दोनों दलों ने अपनी खोयी हुई सीट प्राप्त करने के लिए अभी से ही राजनीतिक कवायद शुरू कर दी है. राजद ने पूर्व सांसद मनोज कुमार को फिर से दल में इंट्री दी है. इसे आसन्न लोकसभा चुनाव के परिप्रेक्ष्य में भी देखा जा रहा है.
वैसे चर्चा यह भी है कि यदि पहले विधानसभा चुनाव हुआ, तो मनोज छतरपुर विस क्षेत्र से राजद के उम्मीदवार भी हो सकते हैं. मनोज ने ही राजद के टिकट पर पलामू संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीता था. जब उनकी बरखास्तगी के बाद उपचुनाव हुआ, तो पार्टी के टिकट पर घूरन राम ने चुनाव जीता था.
वे फिलहाल बाबूलाल मरांडी के साथ हैं. ऐसे में राजद को मनोज से बेहतर विकल्प नजर नहीं आया. इसलिए पार्टी ने फिर से उन्हें इंट्री दी. इसका कितना लाभ राजद को मिलेगा, यह तो भविष्य के गर्भ में है. बात अगर भाजपा की की जाये, तो यहां भी संभावित उम्मीदवारों की चर्चा शुरू हो गयी है.
पूर्व डीजीपी बीडी राम के भाजपा में आने से नयी चर्चा शुरू हुई है. इसके पहले रिटायर आइएएस सह विद्युत विनयामक आयोग के पूर्व अध्यक्ष मुख्तियार सिंह की भी पलामू सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा थी. 11 फरवरी 2013 को दुबियाखांड़ में आयोजित मेले के मंच से चतरा सांसद इंदर सिंह नामधारी ने मुख्तियार सिंह को आमंत्रण भी दिया था. साथ ही एक तरह से उन्हें आगे भी किया था. यानी पलामू सीट पर कई पूर्व नौकरशाहों की भी नजर है.