मामला : पाटन के बोरादह का
पाटन(पलामू) : प्रखंड के पाटन पदमा मार्ग पर पचकेडिया-बोरादह में पहली बार श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ सह प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया गया है. 17 फरवरी को कलश यात्र के साथ महायज्ञ शुरू होना है.
इसकी पूर्णाहुति 22 फरवरी को होगी. श्री त्रिदंडी स्वामी जी महाराज के परमप्रिय शिष्य श्रीश्री 1008 गोविंदाचार्य बालयोगी जी महाराज के नेतृत्व में महायज्ञ का आयोजन किया गया है. मगर इस महायज्ञ को लेकर की जा रही तैयारी में बाधा उत्पन्न हो रही है. मामला आयोजन स्थल को लेकर चल रहा है. जिस स्थल पर यज्ञ का आयोजन किया जाना है, वहां पर शिव मंदिर का निर्माण हुआ है. इसी मंदिर में भगवान शिव की प्रतिमा का प्राण-प्रतिष्ठा भी किया जाना है.
महायज्ञ समिति के विजय भगत ने बताया कि पाटन वनक्षेत्र पदाधिकारी जेपी ठाकुर की धमकी से यज्ञ समिति के लोग भयभीत हैं. रेंजर श्री ठाकुर ने यज्ञ समिति के लोगों से स्पष्ट कहा है कि जिस जगह पर यज्ञशाला का निर्माण कराया गया है, वह वन विभाग की भूमि है. उस जमीन पर किसी भी स्थिति में यज्ञ का आयोजन नहीं करने दिया जायेगा. यज्ञ के बहाने यज्ञ समिति के लोग वन भूमि पर कब्जा करना चाहते हैं. श्री भगत का कहना है कि समिति के लोगों की वैसी कोई मंशा नहीं है.
जिस जमीन के बारे में रेंजर द्वारा कब्जा करने की बात कही जा रही है, वह उनकी अपनी जमीन है. 1976 में उनके दादा को वन विभाग द्वारा 20 एकड़ जमीन का पट्टा दिया गया था. यह जमीन खाता संख्या 81 व प्लॉट 16 में है. 1997 में उस जमीन पर मंदिर निर्माण का कार्य शुरू किया गया था. ऐसी बात है, तो रेंजर जमीन की मापी करा लें, मगर यज्ञ का कार्य में बाधा न डालें.
इस संबंध में जब रेंजर से जानकारी ली गयी तो उन्होंने बताया कि जिस जगह पर यज्ञ हो रहा है, वह वन विभाग की भूमि है. उस भूमि पर कुछ लोगों द्वारा यज्ञ के बहाने कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है, जिसे वह सफल नहीं होने देंगे. वैसे भी अतिक्रमण के मामले में मामला दर्ज करा दिया गया है.