हैदरनगर (पलामू) : सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग के सभी चिकित्सकों व कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति रद्द किये जाने से हुसैनाबाद में स्वास्थ्य सेवा चरमरा गयी है.
अनुमंडलीय अस्पताल का शल्य कक्ष बंद होने से जहां परिवार नियोजन ऑपरेशन बंद हो सकता है, वहीं जटिल प्रसव की स्थिति में गर्भवती महिलाओं को 90 किलोमीटर दूर मेदिनीनगर जाना पड़ेगा.
प्रतिनियुक्ति रद्द होने से जो चिकित्सा पदाधिकारी व कर्मचारी अनुमंडलीय अस्पताल से अपने मूल पदस्थापन स्थान पर चले गये, उनमें हेल्थ एजुकेटर शकील अख्तर जो बड़ा बाबू का काम देखते थे, बीएचडब्लू सुनील कुमार शल्य कक्ष सहायक का कार्य देखते थे, बीएचडब्लू सैयद मोबीन अहमद जो दवा वितरण एवं कंपाउंडर का कार्य देखते थे, मलेरिया कर्मचारी अरविंद राम जो दवा भंडार के इंचार्ज का कार्य देखते थे, अचिकित्सा सहायक शिवमोहन राम जो कुष्ठ कार्यक्रम के अलावा जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम का कार्य देखते थे. इनके अलावा कई एएनएम भी अपने मूल स्थान पर चली गयी हैं.
वहीं हैदरनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिनियुक्त दो चिकित्सा पदाधिकारी अपने मूल पदस्थापन स्थान पर चले गये हैं. केंद्र अब एएनएम के भरोसे हो है. वहीं सातों दिन 24 घंटे चलनेवाले अनुमंडलीय अस्पताल हुसैनाबाद में अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अनिल कुमार के अलावा सिर्फ एक चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एसके रवि हैं.
चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति रद्द होने से अनुमंडलीय अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अलावा कई स्वास्थ्य उप केंद्र भी बंद हो गये हैं. अनुमंडलीय अस्पताल में ओपीडी में पुरजा बनाने का कार्य वहां के सुरक्षा प्रहरी से कराया जा रहा है. इस संबंध में अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अनिल कुमार ने बताया कि चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों का अभाव तो पहले से है.
प्रतिनियुक्त चिकित्सा पदाधिकारी व स्वास्थ्य कर्मियों से कार्य लिया जा रहा था. अब स्थिति और भी खराब हो गयी है. उन्होंने कहा कि जितने स्वास्थ्य कर्मी हैं, उन्हीं से किसी प्रकार सभी सेवाओं को बहाल रखने का प्रयास किया जायेगा. उन्होंने कहा कि हैदरनगर में पदस्थापित चिकित्सक भी अपने मूल स्थान हैदरनगर आ जायेंगे, इससे हैदरनगर स्वास्थ्य केंद्र किसी प्रकार चलाया जायेगा.