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2018 से नियमित होगा विवि का सत्र

मेदिनीनगर: नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय की सत्र नियमित हो इसे लेकर सक्रियता के साथ काम किया जा रहा है. उम्मीद है कि सत्र 2018 से विवि का सत्र नियमित हो जायेगा. 2017 में सत्र में जो विलंब हुआ उसकी वजह यह थी कि समय पर न तो परीक्षा ली गयी और न ही ससमय परीक्षा फल का […]

मेदिनीनगर: नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय की सत्र नियमित हो इसे लेकर सक्रियता के साथ काम किया जा रहा है. उम्मीद है कि सत्र 2018 से विवि का सत्र नियमित हो जायेगा. 2017 में सत्र में जो विलंब हुआ उसकी वजह यह थी कि समय पर न तो परीक्षा ली गयी और न ही ससमय परीक्षा फल का प्रकाशन ही हो पाया. बेहतर शैक्षणिक माहौल तैयार हो, इस दिशा में कई पहलू पर काम किया जा रहा है. सत्र 2018 से सब कुछ नियमित हो इसके लिए विवि स्तर से प्रयास भी शुरू कर दिया गया है.

यह बात कुलपति डॉ एसएन सिंह ने प्रभातखबर से विशेष बातचीत में कही. कुलपति डॉ एसएन सिंह द्वारा सभी कॉलेजों को आदेश दिया गया है कि परीक्षा समाप्त होते ही क्लास शुरू कर दे. परीक्षा परिणाम का इंतजार न करें, ताकि सत्र नियमित हो सके. कुलपति डॉ सिंह का कहना है कि 2018 से सत्र नियमित हो जायेगा. इसे लेकर पूरी सक्रियता के साथ काम किया जा रहा है. सत्र नियमित करने के साथ-साथ शिक्षकों की जो कमी है उसे भी दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. इसे लेकर भी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.

ली जायेगी सेवानिवृत्त शिक्षकों की भी सेवा
बेहतर शैक्षणिक माहौल तैयार हो इस बात को ध्यान में रखकर विवि प्रशासन कार्य करने में जुटा है. स्नातकोत्तर में शिक्षकों के जो पद खाली है उसमें सेवानिवृत्त शिक्षकों से भी सेवा ली जायेगी. इसके लिए कुलपति डॉ एसएन सिंह खुद सेवानिवृत्त शिक्षकों से बात करेंगे. उनकी सहमति लेंगे और उसके बाद इस प्रक्रिया को पूर्ण करेंगे. इसे लेकर कुलपति डॉ सिंह ने विवि के पदाधिकारियों को सेवानिवृत्त शिक्षकों से संपर्क करने के साथ-साथ उनका फोन नंबर उपलब्ध कराने को कहा है ताकि वह व्यक्तिगत रूप से भी इसे लेकर सेवानिवृत्त शिक्षकों से आग्रह कर सके.
अनुबंध पर बहाल होंगे सहायक प्राध्यापक
विश्वविद्यालय के अंगीभूत कॉलेजों में शिक्षकों की जो सृजित पद है उसके विरुद्ध जो पद खाली है उसमें अनुबंध के आधार पर सहायक प्राध्यापकों को नियुक्ति की जायेगी. कुलपति डॉ एसएन सिंह की मानें तो इसे लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. सभी अंगीभूत कॉलेजों में सहायक प्राध्यापक के जो पद खाली हैं उसकी सूची मांगी गयी है. इसके आधार पर इस मामले में आगे की कार्रवाई की जायेगी. मालूम हो कि अनुबंध पर जो शिक्षक बहाल होंगे उन्हें प्रत्येक क्लास का 600 रुपया दिया जायेगा. इसमें अधिकतम 36 हजार रुपये तक का भुगतान होगा. इसमें आरक्षण रोस्टर का भी पालन किया जायेगा. बताया गया कि इसके लिए आवेदन आमंत्रित किया गये थे. जिसमें लगभग 400 उम्मीदवारों ने अपना आवेदन जमा किया है. सभी विवि स्तर पर यह बहाली होनी है. इसलिए नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय प्रशासन की यह कोशिश है कि बहाली की प्रक्रिया सबसे अंतिम में ही ली जायेगी ताकि जो भी उम्मीदवार यहां पहुंचे वह पूरी तरह से इस बात को लेकर तैयार रहे कि उन्हें पलामू में ही सेवा देनी है. क्योंकि ऐसा देखा जाता है जब इस तरह की नियुक्ति होती है तो उम्मीदवार सभी जगहों पर अपना आवेदन देते है जहां बेहतर होता है अपनी सेवा दे देते हैं. ऐसे में चयन के बाद भी मुश्किल हो जाती है. इसलिए यह प्रक्रिया अपनायी जा रही है, ताकि जो भी चयन हो वह ठोस हो और वह पलामू में सेवा देने का मन बनाकर आये. इस पर भी विचार चल रहा है. उम्मीद की जा रही है कि अक्तूबर के बाद इस प्रक्रिया को पूर्ण किया जायेगा.
सचिव ने डीपीआर पर विवि से भी मंतव्य मांगने को कहा
नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन का निर्माण होना है. इसके लिए डीपीआर तैयार कर लिया गया है. डीपीआर तैयार कर उसे उच्च तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास विभाग के सचिव के पास भेजा गया था. बताया गया कि सचिव ने डीपीआर को वापस कर दिया है. क्योंकि जो डीपीआर तैयार कर भेजा गया था उसमें विवि प्रशासन की मंतव्य नहीं लिया गया था. इसलिए सचिव ने विवि के मंतव्य के साथ डीपीआर प्रस्तुत करने को कहा है. इसके बाद अब विवि से मंतव्य के बाद पुन: यह मामला सचिव के पास जायेगा. उसके बाद इसे स्वीकृति मिलेगी. मालूम हो कि पलामू में विवि का स्थापना के बाद भी अभी अपना प्रशासनिक भवन नहीं है. विवि का प्रशासनिक भवन किराये पर चल रहा है. विवि का प्रशासनिक भवन जीएलए कॉलेज कैंपस में बनना है. इसे लेकर सरकार के स्तर से भी सक्रियता के साथ काम किया जा रहा है. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही भवन निर्माण का कार्य शुरू होगा.

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