पाकुड़ : झारखंड में प्रतिबंधित संगठन ‘पोपुलर फ्रंट आफ इंडिया’ के दर्जन भर लोगों के खिलाफ आज गैर कानूनी एवं राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में यहां प्राथमिकी दर्ज की गयी. प्रतिबंधित पीएफआई के राज्य के यहां स्थित मुख्यालय में प्रतिबंध के बावजूद राष्ट्र विरोधी एवं गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल उसके दर्जन भर पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं के खिलाफ आज मजिस्ट्रेट ने नामजद रिपोर्ट दर्ज करवायी.
झारखंड : पाकुड़ में सक्रिय संगठन PFI को सरकार ने किया बैन, ISIS को समर्थन करने का आरोप
प्राथमिकी में जांच मजिस्ट्रेट ने उनके पचास से साठ अज्ञात कार्यकर्ताओं को भी शामिल किया है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अपनी जांच में मजिस्ट्रेट ने पीएफआई के इन नामजद तथा अन्य आरोपियों के पास से भड़काने वाले दस्तावेज, कैसेट, वीडियो, सीडी, पुस्तकें एवं अन्य वस्तुएं बरामद कीं. पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर संगठन के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं के खिलाफ गहन जांच प्रारंभ कर दी है. झारखंड सरकार ने 21 फरवरी को पीएफआई को कथित रूप से आतंकी संगठनों से संबन्ध रखने के आरोप में प्रतिबंधित संगठन घोषित कर दिया था. संगठन पर पाकुड़ एवं आसपास के क्षेत्रों में मदरसों एवं मस्जिदों के बहाने राष्ट्रविरोधी गतिविधियां चलाने का आरोप है.
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने आइएसआइएस से प्रभावित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) को प्रतिबंधित घोषित कर दिया था. विधि विभाग की सहमति के बाद पीएफआइ को सीएलए एक्ट 1908 की धारा-16 के तहत प्रतिबंधित घोषित किया गया है. यह संगठन पाकुड़ और साहिबगंज जिले में सर्वाधिक सक्रिय है. बताया जाता है कि पीएफआइ की शुरुआत केरल से हुई है.
संगठन को प्रतिबंधित करने के लिए गृह विभाग के प्रस्ताव में कहा गया है कि पीएफआइ के सदस्य आंतरिक तौर पर आइएसआइएस से प्रभावित हैं. पीएफआइ के कई सदस्य गोपनीय तरीके से सीरिया जा चुके हैं. वहां वह आइएसआइएस के लिए काम कर रहे हैं. इस संगठन का झारखंड के दो जिलों पाकुड़ और साहेबगंज में काफी प्रभाव देखा जा रहा था.