पाकुड़ : पांच जिलों के पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुके कुख्यात अपराधी मंजीत मुर्मू उर्फ मानिक मुर्मू को आखिरकार हथियार के साथ पाकुड़ पुलिस ने दबोच ही लिया. हालाकि मंजीत मुर्मू की गिरफ्तारी को लेकर अभी पुलिस कुछ भी कहने से बच रही है. सूत्रों के मुताबिक अपराधी मंजीत मुर्मू की गिरफ्तारी एसपी शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल के नेतृत्व में गठित एसआइटी ने महेशपुर थाना क्षेत्र के डूमरघट्टी के समीप छापेमारी कर की है. छापेमारी के क्रम में मंजीत के पास से देशी पिस्टल भी बरामद हुआ है.
गौरतलब हो कि मंजीत मुर्मू पश्चिम बंगाल व झारखंड के कुल पांच जिलों में अब तक लगभग 20 से भी अधिक बड़े अापराधिक घटना को अंजाम दे चुका है. पश्चिम बंगाल के वीरभूम व झारखंड के पाकुड़, दुमका, गोड्डा तथा साहिबगंज आदि जिलों में लूट, हत्या, डकैती, पुलिस पदाधिकारी पर फायरिंग सहित कई अापराधिक घटना में उसकी संलिप्तता रही है. पश्चिम बंगाल व झारखंड के इन जिलों की पुलिस के लिए मंजीत सिरदर्द बन चुका था.
इनामी अपराधी मंजीत…
लगातार प्रयास के बाद भी मंजीत पुलिस के हाथ से बार-बार बच निकल रहा था. पाकुड़ पुलिस के लिए मंजीत की गिरफ्तारी अब तक की सबसे बड़ी सफलता मानी जा रही है. अब तक इस जिले में हुए अधिकांश अापराधिक घटनाओं में इसी की संलिप्तता बतायी जाती है. ऐसे में निश्चित तौर पर मंजीत की गिरफ्तारी से पुलिस ने राहत की सांस लेगी.
पुलिस पर फायरिंग करते फरार हुआ था मंजीत
तत्कालीन एसपी अजय लिंडा के कार्यकाल में मालपहाड़ी ओपी थाना क्षेत्र के नगरनबी स्टेशन के समीप 24 जनवरी 2017 को मंजीत को पकड़ने गयी पुलिस टीम पर मंजीत फायरिंग करते हुए मोटरसाइकिल से फरार हो गया था. हालांकि इस दौरान पुलिस टीम ने मौके से एक अन्य अपराधी को दबोचा था. इस घटना में भी मंजीत की गिरफ्तारी पुलिस के लिए मुख्य थी और मंजीत की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने जाल बिछाया था. उपरोक्त घटना को लेकर मालपहाड़ी ओपी थाना में कांड संख्या 11/17 के तहत मामला भी दर्ज किया गया है.
मंजीत पर दर्जनों मामले हैं दर्ज
पाकुड़ जिला के हिरणपुर थाना कांड संख्या 98/16 दिनांक 13 दिसंबर 2016 व कांड संख्या 52/16 दिनांक 30 जून 2016, पाकुड़ मालपहाड़ी ओपी थाना कांड संख्या 44/17 दिनांक 23 अप्रैल 2017 व 11/17 दिनांक 24 जनवरी 2017 के अलावे पाकुड़िया, अमड़ापाड़ा सहित दुमका, साहिबगंज, पश्चिम बंगाल के वीरभूम जिले में भी 20 से भी अधिक अापराधिक घटना के मामले दर्ज हैं.
मंजीत पर था 50 हजार का इनाम
कुख्यात अपराधी मंजीत उर्फ मानिक मुर्मू पर 50 हजार का इनाम रखा गया था. पहले इस पर एक हजार का इनाम रखा गया था. बाद में एसपी शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल ने पुलिस उपमहानिरीक्षक संताल परगना क्षेत्र दुमका को पत्र लिख कर इनाम की राशि एक हजार से बढ़ा कर 50 हजार किया था.
दो राज्य के कुल पांच जिलों की पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका था मंजीत मुर्मू
अंतरराज्यीय अपराधी के रूप में पहचान बना चुका था मंजीत
एसपी शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल के नेतृत्व में तैयार विशेष टीम ने महेशपुर के डूमरघट्टी से किया गिरफ्तार