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लाइसेंस 100 किलो का, उठाव कर रहे दो हजार किलो से अधिक विस्फोटक

पाकुड़ : अवैध तरीके से विस्फोटक का कारोबार करने वाले माफिया पाकुड़ जिले में इस तरह से अपनी जड़ें जमा चुके हैं कि अब लाइसेंस के आड़ में भी धड़ल्ले से इस कारोबार को कर रहे हैं. ऐसे तो रात के अंधेरे में मालपहाड़ी, रद्दीपुर, मुफस्सिल थाना क्षेत्र, पाकुड़िया व हिरणपुर थाना क्षेत्र में संचालित […]

पाकुड़ : अवैध तरीके से विस्फोटक का कारोबार करने वाले माफिया पाकुड़ जिले में इस तरह से अपनी जड़ें जमा चुके हैं कि अब लाइसेंस के आड़ में भी धड़ल्ले से इस कारोबार को कर रहे हैं. ऐसे तो रात के अंधेरे में मालपहाड़ी, रद्दीपुर, मुफस्सिल थाना क्षेत्र, पाकुड़िया व हिरणपुर थाना क्षेत्र में संचालित पत्थर खदानों में अवैध तरीके से चोरी-छिपे विस्फोटक को खपाया जा रहा है,

परंतु दिन के उजाले में भी लाइसेंस के आड़ में पाकुड़ जिले से अवैध तरीके से विस्फोटक का कारोबार हो रहा है. सूत्रों की माने तो विस्फोटक अवैध कारोबार से जुड़े माफिया को कुछ पुलिस कर्मियाें का भी शह मिला है. यदि किसी के सूचना के बाद वाहन पकड़े भी जाते हैं तो पुलिस जांच के नाम पर खानापूर्ति करते हुए उसे छोड़ भी देती है.

हाल ही में पत्थर खदान से भारी मात्रा में धराया था विस्फोटक : लगभग तीन माह पूर्व डीसी दिलीप कुमार झा व एसपी शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल ने संयुक्त छापेमारी कर सुंदरापहाड़ी स्थित अली एंड ब्रदर्स के पत्थर खदान के समीप से छुपाये हुए भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया था. इसके अलावे कुछ माह पूर्व पाकुड़िया में भी विस्फोटक पकड़ा गया था.
जबकि तत्कालीन एसडीपीओ संतोष कुमार के नेतृत्व में हिरणपुर थाना क्षेत्र के सीतपहाड़ी में की गयी छापेमारी के दौरान विस्फोटक बरामद हुआ था और एक को जेल भी भेजा गया था. बताते चलें कि लगभग छह माह पूर्व की अगर बात करें तो तत्कालीन थाना प्रभारी मालपहाड़ी ओपी महेश प्रसाद व विमल कुमार के समय में जबरदस्त विस्फोटक का जखीरा पकड़ाया था. मालपहाड़ी ओपी थाना क्षेत्र के दर्जनों स्थान पर छापेमारी कर भारी मात्रा में विस्फोटक पकड़ा गया था. सबसे ज्यादा कार्रवाई तत्कालीन थाना प्रभारी विमल कुमार के कार्यकाल में हुई थी. हालांकि हाल के कुछ दिनों से इस तरह की कार्रवाई बंद है.
पुलिस विभाग के पदाधिकारियों की मानें तो अचानक पाकुड़ क्षेत्र में विस्फोटक का कारोबार बंद हो गया है, जो समझ से परे है. यदि अवैध तरीके से विस्फोटक के कारोबार पर अंकुश लगी होती तो तीन माह पूर्व उपायुक्त दिलीप कुमार झा व एसपी शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल के नेतृत्व में खदान में किये गये कार्रवाई के दौरान खदान में भारी मात्रा में कैसे विस्फोटक जब्त किया गया था. साफ है कि वर्तमान समय में इस क्षेत्र में जम कर अवैध तरीके से विस्फोटक का कारोबार चल रहा है और इस धंधे में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से पुलिस का भी सहयोग प्राप्त है.
पाकुड़ सहित पड़ोसी जिले में खपाया जाता है विस्फोटक
लाइसेंस की आड़ में अवैध तरीके से लाये जा रहे विस्फोटक को पाकुड़ जिला ही नहीं साहिबगंज के पतना, कोटालपोखर, तालझारी व अन्य क्षेत्रों में भी माफिया खपाने का काम करते हैं. इस कार्य में खदान मालिक से लेकर विस्फोटक के कारोबार से जुड़े कारोबारी, माफिया व पुलिस की भी मिली भगत होती है.
क्या है नियम
एक दिन में छोटे खदान में 100 किलो और बड़ा खदान के लिए 500 किलो तक का लाइसेंस मिलता है, लेकिन उसी चालान पर 2000 से अधिक का विस्फोटक गलत ढंग से लाया जाता है.
क्या कहते हैं पदाधिकारी
अवैध विस्फोटक के कारोबार पर अंकुश लगाने को लेकर पुलिस लगातार काम कर रही है. सूचना मिलने पर निश्चित तौर पर इस दिशा में कार्रवाई की जायेगी.
नवनीत ए हेंब्रम, डीएसपी मुख्यालय

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