बिजली के बेतरतीब तार यहां हर पल दुर्घटना को आमंत्रित करते हैं. पेयजल की समस्या अभी इस गांव के लोगों के लिए बड़ी समस्या है. विकास के नाम पर बेतरतीब नाली का निर्माण कर दिया गया है. पांडेय गणपत राय की प्रतिमा जिस स्थल पर है उस स्थल की भी स्थिति बेहतर नहीं है. इस गांव को आदर्श ग्राम बनाने की घोषणा अखबारों में की जाती है लेकिन धरातल पर कभी भी भौंरो गांव को आदर्श गांव बनाने की पहल नहीं की गयी है. भौंरो के लोगों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के कारण यह गांव विकास से दूर है. जनप्रतिनिधि यदि सजग रहते तो इस गांव की स्थिति ही दूसरी होती.
Advertisement
भौंरो गांव आज भी बुनियादी सुविधाओं से महरूम
लोहरदगा: आजादी की लड़ाई में जिस गांव ने वीर सपूत दिया उस गांव के लोगों को सरकार चलने लायक एक सड़क तक नहीं दे सकी है. भंडरा प्रखंड के भौंरो गांव में जन्मे शहीद पांडेय गणपत राय को देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ने के आरोप में अंग्रेजों ने फांसी की सजा सुनायी़ जिसे […]
लोहरदगा: आजादी की लड़ाई में जिस गांव ने वीर सपूत दिया उस गांव के लोगों को सरकार चलने लायक एक सड़क तक नहीं दे सकी है. भंडरा प्रखंड के भौंरो गांव में जन्मे शहीद पांडेय गणपत राय को देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ने के आरोप में अंग्रेजों ने फांसी की सजा सुनायी़ जिसे उन्हों हंसते-हंसते स्वीकार किया. आजाद हिंदुस्तान में आज 70 साल बाद भी सड़क जैसी बुनियादी सुविधा के लिए शहीद पांडेय गणपत राय के गांव के लोग परेशान हैं. भंडरा से भौंरो गांव की दूरी तीन किमी है. इस तीन किमी की दूरी तय करने के लिए 10 से 20 मिनट का समय लगता है. वर्षों पहले बनाये गये सड़क की स्थिति जर्जर हो गयी है.
जगह- जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गये हैं. भौंरो जाने के रास्ते में बनाया गया पुल का संपर्क सड़क टूट गया है. वहीं गांव में साफ-सफाई का भी अभाव है. यहां के लोग बताते हैं कि नेता, अधिकारी तो समारोह में आते हैं और बड़े -बड़े दावे कर चले जाते हैं लेकिन उनके दावे हमेशा से खोखले साबित होते रहे हैं. पांडेय गणपत राय के इस पैतृक गांव में स्वच्छता अभियान के तहत शौचालय का निर्माण तो कराया गया लेकिन उसकी स्थिति भी बेहतर नहीं है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement