– राजेश सिंह –
जयनगर : प्रखंड मुख्यालय व आसपास के क्षेत्र में पदाधिकारियों के रहने के लिए लाखों रुपये खर्च कर बनाये गये लगभग सभी सरकारी आवास यूं ही खाली पड़े हैं. प्रखंड में पदस्थापित बीडीओ, सीओ, सीआइ, पंचायत सेवक व अन्य कर्मचारी, चिकित्सक, एएनएम कोई भी मुख्यालय स्थित अपने आवास में नहीं रहते. वे लोग झुमरीतिलैया व कोडरमा में किराये के घर में रहते हैं.
फिलहाल बीडीओ आवास के पास केवल झाड़ियां हैं. साम्राज्य है, तो लाखों रुपये खर्च कर बनाया गया सीओ आवास का. आज तक इसका ताला भी नहीं खुला है. पंचायत सेवकों व कर्मचारियों का आवास रखरखाव के अभाव में जीर्ण–शीर्ण होता जा रहा है.
आठ वर्ष से खाली है बीडीओ आवास : मुख्यालय स्थित बीडीओ आवास आठ वर्ष से खाली पड़ा है. इस आवास में पूर्व बीडीओ प्रभात कुमार बरदियार वर्ष 2001 से 2005 तक नियमित रूप से रहे थे. तब से अब तक प्रखंड में 11 बीडीओ आये और इनमें से शायद ही किसी ने इस आवास की ओर रुख किया हो.
मरीजों को होती है परेशानी : मुख्यालय में चिकित्सकों व एएनएम के नहीं रहने से प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीण काफी परेशान हैं. रात में अचानक किसी की तबीयत खराब हो जाने पर मरीज व उसके परिजनों को कोडरमा व तिलैया का चक्कर काटना पड़ता है. ऐसे में कई बार मरीजों की जान पर बन आती है. सबसे अधिक परेशानी प्रसव पीड़ा से पीड़ित महिलाओं को महिला चिकित्सक के नहीं रहने से होती है.
मुख्यालय में रहना सुनिश्चित हो : प्रखंड के विभिन्न राजनीतिक दल के लोगों व पंचायत प्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि पदाधिकारियों का प्रखंड मुख्यालय में रहना सुनिश्चित कराया जाये.
मांग करने वालों में जिप सदस्य रेखा देवी, प्रमुख संगीता देवी, उप प्रमुख अनिता देवी, मुखिया अंजू देवी, उषा देवी, श्यामसुंदर यादव, सुरेंद्र प्रसाद यादव, गणपत यादव, अंजनी देवी, पंसस अजुर्न चौधरी, राजकुमार गुप्ता, आजसू नेता शंकर यादव, मनोज यादव, भाजपा के विरेंद्र मोदी, सुधीर सिंह, राजद प्रखंड अध्यक्ष राजकुमार यादव आदि शामिल हैं.