बरही : हजारीबाग जिले के बरही में गुरुवार को ग्रामीण जलापूर्ति योजना के शिलान्यास कार्यक्रम में कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ता आपस में भिड़ गये. मंत्री जयप्रकाश की उपस्थिति में हंगामा हुआ.
भगदड़ मची
कुर्सियां फेंकी गयीं. विधायक जल स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता नर्मदेश्वर दुबे पर बरस पड़े. जिप अध्यक्ष ब्रजकिशोर जायसवाल का नाम शिलापट से तुरंत हटाने के लिए कहा. विधायक उमाशंकर अकेला के दबाव पर शिलान्यास पट से जिला परिषद अध्यक्ष ब्रजकिशोर जायसवाल का नाम हटा दिया गया.
बढ़ते हंगामे को शांत करने के लिए बरही एसडीओ बाघमारे प्रसाद, डीएसपी विनोद सिन्हा, बीडीओ अतुल कुमार, पुलिस इंस्पेक्टर आलोक कुमार, थाना प्रभारी राजीव कुमार वीर व पुलिस बल आये. मंत्री के साथ आये सुरक्षा बल ने भी बीच–बचाव किया. मशक्कत के बाद दोनों दल के कार्यकर्ताओं को अलग किया गया. इसके बाद कार्यक्रम सुचारू रूप से चला. फिर मंत्री के साथ योजना का शिलान्यास किया गया.
चापानल घोटाले की जांच हो : मनोज : पूर्व विधायक मनोज यादव ने विधायक अकेला यादव पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये. चापानल लगाने में अकेला यादव पर कमीशनखोरी का आरोप लगाया. मांग की कि चापानल में हुए घोटाले की जांच की जाये.
हां, करा लें जांच (अकेला) भाजपा विधायक अकेला यादव ने पलटवार करते हुए अपने भाषण में पूर्व विधायक मनोज यादव पर जोर–जबरदस्ती का आरोप लगाया. खुद को भ्रष्टाचारी विरोधी बताते हुए मनोज यादव द्वारा लगाये गये भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करा लेने की चुनौती दी.
आरोप–प्रत्यारोप : विधायक अकेला यादव व पूर्व विधायक मनोज यादव के तेवर ने उनके कार्यकर्ताओं में उबाल ला दिया. भाजपा व कांग्रेस समर्थक आपस में भिड़ गये. विधायक अकेला यादव ने भाषण के दौरान नरेंद्र मोदी की तारीफ और सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह की आलोचना की.
इस पर कांग्रेस के लोगों ने तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त की. कांग्रेस के रमेश ठाकुर खड़ा होकर विधायक के भाषण का विरोध करने लगे. इस पर विधायक बोलने लगे कि– विधायक को बीच में रोकने वाला कौन होता है. इस बात पर सभास्थल पर उत्तेजना फैल गयी. कांग्रेस व भाजपा के कार्यकर्ता हंगामा करने लगे और एक–दूसरे से भिड़ गये. इससे वहां अफरा–तफरी मच गयी.
शिलापट से बीके जायसवाल का नाम हटा : शिलापट पर सांसद यशवंत सिन्हा, विधायक अकेला यादव के साथ झाविमो नेता व जिप अध्यक्ष ब्रजकिशोर जायसवाल का नाम देख कर विधायक अकेला यादव भड़क गये. विधायक ने कहा कि राज्य सरकार की योजना में जिला परिषद अध्यक्ष का नाम नहीं लगेगा. जिला परिषद की योजना में जिप अध्यक्ष का नाम लग सकता है.