परीक्षा को लेकर छात्राओं में ऊहापोह की स्थिति
खूंटी : एक तरफ सरकार शिक्षा के विकास की बात करती है, वहीं खूंटी के कालामाटी स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय उच्च विद्यालय की इंटर साइंस में एक भी शिक्षक नहीं है. अब पांच छात्राएं बगैर शिक्षक के एक साल पढ़ कर सोमवार से आयोजित परीक्षा में शामिल होंगी. संबंधित छात्राएं इस बात से हताश हैं कि जब स्कूल में इंटर साइंस के कोई शिक्षक है ही नहीं, तो वे परीक्षा में क्या लिखेंगी. भविष्य क्या होगा. पास हो भी गयी तो सेेकेंड सेमेस्टर की पढ़ाई कैसे करेंगी.
छात्राएं गत कई दिनों से परीक्षा न देने को अडिग थीं. पर शनिवार को ग्रामीणों व अभिभावकों के द्वारा काफी समझाने के बाद सभी परीक्षा देने को राजी हुईं. छात्राओं ने बताया कि कुछ माह पूर्व पार्ट टाइम में एक शिक्षक साइंस पढ़ाने आया करते थे.
पर वे क्या पढ़ाते थे, उन्हें कुछ समझ में ही नहीं आता था. कुछ दिन बाद उन्होंने स्कूल आना छोड़ दिया.
छात्राओं का कहना था कि जब स्कूल में साइंस की पढ़ाई के लिए शिक्षक है ही नहीं, तो उनका नामांकन क्यो लिया गया. बगैर शिक्षक के वे परीक्षा देंगी, तो परिणाम क्या होगा.