जामताड़ा : नाला प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय देवजोड़ के शिक्षक योगेन्द्र कुमार ने एक पुस्तक की रचना की है. इस पुस्तक का नाम में तीन ‘स श स’ है जो सूचना का अधिकार, शिक्षा का अधिकार और साइबर क्राइम पर आधारित है. शिक्षक श्री कुमार ने कहा कि इस पुस्तक का उद्देश्य है आम […]
जामताड़ा : नाला प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय देवजोड़ के शिक्षक योगेन्द्र कुमार ने एक पुस्तक की रचना की है. इस पुस्तक का नाम में तीन ‘स श स’ है जो सूचना का अधिकार, शिक्षा का अधिकार और साइबर क्राइम पर आधारित है. शिक्षक श्री कुमार ने कहा कि इस पुस्तक का उद्देश्य है आम लोगों तक इन अधिकारों के प्रति जागरूक करना एवं साइबर क्राइम के प्रति सचेत करना. साथ ही इस पुस्तक में सभी पाठकों को ध्यान में रखकर पुस्तक की भाषा सरल, सुगम और आकर्षक रखी गई गयी है. जिससे समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़े.
पुस्तक में सूचना के अधिकार से किस प्रकार प्रशासन में भ्रष्टाचार के जुड़े मामले को पर्दाफास किया गया है. लोग इसे किस तरह से प्रभावशाली तरीके से इस्तेमाल किया जा सके.
सांसद को सायरन वाली गाड़ी नहीं बल्कि मिला है पीसीआर वाहन
पोडैयाहाट विधायक प्रदीप यादव ने बयान पर सांसद प्रतिनिधि ने किया पलटवार
कहा, सांसद के पास पांच वर्ष से नहीं है बॉडीगार्ड, मिलनी चाहिए पर्याप्त सुरक्षा
सांसद को वाइ प्लस सुरक्षा के तहत मिले हैं 12 कांस्टेबल व एक सब इंस्पेक्टर
सांसद को बॉडीगार्ड दिलाने के लिए विधायक को करना चाहिए था अनशन
साख गिरता देख कर रहे गलत बयानबाजी, यान शांग शू की तरह बैठ जायें अनशन पर
गोड्डा : पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव ने सोमवार को प्रेस वार्ता कर सांसद को मिलने वाले सायरन युक्त वाहन के प्रोटोकाॅल का मामला उठाया था. मामले पर सांसद प्रतिनिधि नरेंद्र चौबे नेे प्रेस बयान जारी कर विधायक पर पलटवार किया है. उन्हाेंने कहा कि सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ बयान उनकी व्याकुलता को दर्शाता है. केंद्र सरकार की ओर से ओर से उन पर होनेवाले खतरे को देखते वाई प्लस सेट के तहत सुरक्षा उपलब्ध करायी है.उनके ऊपर सिर्फ मुख्यमंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री को ही ऐसी व्यवस्था है. वाई प्लस सेट के तहत 12 कांस्टेबल के साथ कम से कम एक सब इंस्पेक्टर रैंक के पदाधिकारी मिलनी चाहिए, जबकि पांच वर्षों से श्री दुबे के पास एक भी बाॅडी गार्ड नहीं है. श्री यादव को चाहिए कि सांसद के बाॅडी गार्ड के लिए लगातार आंदोलन कर सुरक्षा व्यवस्था मुहैया करायी जाये. उन्होंने कहा कि विधायक प्रदीप यादव के भी वे सांसद हैं. यह भी कहा कि सांसद द्वारा पांच वर्ष पहले ही बाॅडी गार्ड नहीं रखने का काम किया. लिहाजा प्रोटोकाॅल के तहत उनकी सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की जानी चाहिए. सायरन वाली गाड़ी नहीं बल्कि ट्रैफिक को देखते हुये पीसीआर वाहन की व्यवस्था की गयी है.
श्री चौबे ने कहा कि विधायक प्रदीप यादव लगातार आंदोलन धरना एवं भूख हड़ताल की धमकी देते नजर आ रहे है. पहले थानेदार, फिर अडाणी व जिला प्रशासन और अब सांसद के खिलाफ उतरने की बात कर रहे हैं. नेक सलाह देते हुुये कहा कि अपने गिरते साख का अंदाज लग गया है. कारण मणिपुर की आई रोम चानू शर्मिला की तरह या फिर वर्मा की यांग सांग शू की की तरह 16 वर्ष तक लगातार अनशन पर बैठ जाना चाहिए . विधायक श्री यादव कल तक अपनी दबंगता की धौंस दिखाते थे. अब अपना अधिकार ढूंढ़ रहे हैं. रही बात सांसद प्रतिनिधि की है. तो विधायक को कागज दिखाना चाहिए .