जामताड़ा : महंगाई बढ़ी रोजमर्रा के समानों के दाम बढ़े लेकिन आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं का मानदेय नहीं बढ़ा. इसी के विरोध में सेविका-सहायिका 15 फरवरी को दिल्ली में संसद भवन का घेराव करेगी. इस बाबत रविवार को स्थानीय गांधी मैदान में झारखंड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई.
जिसमें 15 फरवरी को दिल्ली जाने के लिए एक विशेष रणनीति तैयार की गयी. जिसकी अध्यक्षता रमनी मरांडी कर रही थी. उन्होंने कहा कि 15 फरवरी को घेराव कार्यक्रम में भाग लेने जामताड़ा जिले से सैकड़ों की संख्या में आंगनबाड़ी कर्मचारी दिल्ली रवाना होंगे. उन्होंने कर्मचारियों से आंदोलन में सहयोग करने की अपील की है.
उन्होंने कहा गोवा सरकार ने आंगनबाड़ी कर्मचारियों का मानदेय 15 हजार कर दिया गया है. जबकि झारखंड में आंगनबाड़ी कर्मचारियों का मानदेय चार हजार के नीचे ही है. इतनी कम राशि में घर चलाना बेहद मुश्किल होता है. न तो सरकार को इसकी फिक्र है ना ही कोई जनप्रतिनिधि को. मानदेय वृद्धि मामले में कोई पहल नहीं करते हैं.
कुपोषण बचाव के लिए सरकार ने सेविका-सहायिकाओं को जिम्मेवारी सौंपी है, लेकिन झारखंड सरकार की लाल फीताशाही के कारण से इनके बच्चे ही कुपोषित होते जा रहे हैं. इन्हीं सब बातों को केंद्र सरकार के संज्ञान में देने के लिए 15 फरवरी का कार्यक्रम दिल्ली में आहूत किया गया है.
मौके पर चिंतामणी मंडल, खेरून निशा, सवेरा खातुन, रजिदा खातून, उर्मीला सोरेन, सुकुरमनी मुर्मू, अहिल्या मालपहाड़िया, फुलकुमारी मुर्मू, बेबी राउत, सुंदरी सोरेन, रीता घोष, टीना देवी, कल्पना दास, हेमवाला घोष सहित अन्य उपस्थित थी.