जमशेदपुर : बच्चा चोरी की बात अफवाह है. बच्चा चोरी की घटना अक्सर दिन-शाम में खेलते समय, स्कूल से लौटते समय होती है, लेकिन रात को लोग क्यों एकजुट थे? एकजुट होकर राजनगर के शोभापुर अौर बागबेड़ा के नागाडीह में घटना को अंजाम दिया गया है, इसकी जांच हो रही है. कोल्हान आयुक्त डॉ प्रदीप कुमार व डीआइजी प्रभात कुमार ने शोभापुर, हल्दीपोखर अौर नागाडीह में घटना की जांच के बाद परिसदन में पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही.
आयुक्त ने बताया कि प्रशासन एवं ग्रामीणों ने अब तक बच्चा चोरी की एक भी घटना की पुष्टि नहीं की है, यह बात सुनियोजित तरीके से फैलायी गयी अफवाह थी, जिसका क्या प्रायोजन है यह जांच पूरी होने के बाद पता चलेगा. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट सामने आने में 12 दिन लग सकते हैं. घटना के संबंध में कई सुराग मिले हैं जिस पर पुलिस अनुसंधान कर रही है. सभी बातों की जांच कर रिपोर्ट सौंपी जायेगी. आयुक्त ने कहा कि दोनों घटनाएं (शोभापुर अौर नागाडीह) रात में हुई है, शोभापुर की घटना सुबह 4 बजे से अौर बागबेड़ा की घटना रात आठ-साढ़े आठ बजे रात में हुई है, जबकि रात में बच्चे नहीं घूमते, उस समय घर में रहते हैं. सुनियोजित तरीके से अफवाह फैलायी गयी है.
आयुक्त ने कहा कि नागाडीह में पुरुष नहीं थे, जबकि शोभापुर में ग्रामीणों से बात हुई. शोभापुर प्रकरण में बताया कि पुलिस पंद्रह मिनट में वहां पहुंच गयी थी. पुलिस की उपस्थिति में घटना होने की बात गलत है. चारों युवक मुर्तजा अली के घर आये थे. ग्रामीणों से बचने के लिए चारों युवक एक छोटे कमरे में छिप गये थे जहां मुर्तजा की पत्नी भी थी.
इस बीच भीड़ ने मुर्तजा की पिटाई शुरू कर दी. थाना प्रभारी को लगा कि भीड़ मुर्तजा की जान ले लेगी तो वह उसे बचाने के प्रयास में लगे. पत्नी ने देखा कि पति की लोग बुरी तरह पिटाई कर रहे हैं, तो वह भी उन्हें बचाने के लिए आ गयी. इस बीच चारों युवक कमरे से निकल कर भागने लगे. तीन लोग एक तरफ और नईम दूसरी अोर भागा. नईम को भीड़ ने पकड़ लिया और पीट-पीट कर मार डाला. बाद में अन्य तीनों युवकों की भी लाश मिली.
पुलिस मुर्तजा को बचाने के लिए भीड़ से जूझ रही थी. आयुक्त ने कहा कि पुलिस ने लापरवाही बरती है, यह अभी कह देना ठीक नहीं है. पुलिस ने बचाने का प्रयास किया, कितना प्रयास किया यह अनुसंधान का विषय है. कहा कि पुलिस की गलती होगी तो जो दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी. शोभापुर अौर नागाडीह की घटना रोकी जा सकती थी या नहीं आयुक्त ने इस पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. आयुक्त ने कहा कि शुक्रवार को मानगो अौर धातकीडीह की घटना की जांच करेंगे जिसके बाद वहां के बारे में कुछ बताया जा सकेगा.
बैकअप फोर्स आने में समय लगा, तब तक भीड़ हावी हो गयी : डीआइजी
डीआइजी प्रभात कुमार ने कहा कि शोभापुर में युवकों की कार एवं पुलिस की गाड़ी में उग्र भीड़ ने आग लगा दी थी. दोनों स्थानों पर पुलिस सक्रियता से पहुंची थी. शोभापुर में छह लोग पहुंचे थे, बैकअप फोर्स आने में समय लगा. घायल को अस्पताल ले जाने के लिए लोड किया जा रहा था, जिसके कारण भीड़ ने पुलिस की गाड़ी में आग लगा दी अौर थाना प्रभारी के साथ बदतमीजी की. इस घटना व फुटेज की भी जांच की जा रही है. बागबेड़ा के नागाडीह की घटना के संबंध में कहा कि वहां पुलिस का छोटा दल पहुंचा था
अौर तत्कालीन थाना प्रभारी ने पीसीआर व वरीय पदाधिकारियों को सूचित किया था. एक घायल को बचाने के लिए जीप में बैठा लिया गया था, लेकिन भीड़ ने उसे खींच लिया. किस परिस्थिति में बचाना संभव नहीं हो सका, इसकी जांच की जा रही है. दोनों थाना प्रभारी को निलंबित किया जा चुका है.
कोल्हान आयुक्त घटना की जांच करने शोभापुर व नागाडीह पहुंचे
बच्चा चोरी की बात अफवाह, बच्चा चोरी दिन में होती है, रात को लोग क्यों एकजुट थे
पुलिस की उपस्थिति में घटना व पुलिस से चूक होने की बात कहना अभी जल्दबाजी