जमशेदपुर : झारखंड राज्य सैनिक कल्याण निदेशालय रांची के ब्रिगेडियर जीएन पाठक ने कहा कि पूर्व सैनिकाें आैर उनके आश्रिताें के लिए सरकार काफी महत्वाकांक्षी याेजनाएं चला रही है. इन योजनाओं का लोग जागरूकता के अभाव में लाभ नहीं उठा पा रहे हैं. अधिकांश लाेग सिर्फ कैंटीन से सामान लेेने तक ही खुद को सीमित […]
जमशेदपुर : झारखंड राज्य सैनिक कल्याण निदेशालय रांची के ब्रिगेडियर जीएन पाठक ने कहा कि पूर्व सैनिकाें आैर उनके आश्रिताें के लिए सरकार काफी महत्वाकांक्षी याेजनाएं चला रही है. इन योजनाओं का लोग जागरूकता के अभाव में लाभ नहीं उठा पा रहे हैं.
अधिकांश लाेग सिर्फ कैंटीन से सामान लेेने तक ही खुद को सीमित रखते हैं, जबकि सरकार बच्चाें की पढ़ाई, बेटियाें की शादी, कंप्यूटर क्लास समेत अन्य कई उपयाेगी कार्याें के लिए स्कॉलरशिप और सहायता प्रदान करती है. राज्य सैनिक कल्याण निदेशालय का पदभार संभालने के बाद बुधवार को पहली बार जमशेदपुर पहुंचे ब्रिगेडियर जीएन पाठक का पूर्व सैनिक सेवा परिषद के संगठन महामंत्री वरुण कुमार के नेतृत्व में स्वागत किया गया.
श्री पाठक ने कहा कि देश की रक्षा में अपनी जिंदगी के अहम पल गुजारने के बाद भी सैनिक समाज की सेवा में दिन-रात लगे रहते हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों के लिए बनायी गयी योजनाआें का लाभ उन तक पहुंचाना उनकी पहली जिम्मेदारी है. इसके लिए सबसे जरूरी है कि पूर्व सैनिक अपने अाप को पास के केंद्र में इनरोल करायें. श्री पाठक ने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि पूर्व सैनिक जहां रहते हैं, वहां से दूसरे राज्य में खुद काे इनराेल करवाते हैं, जिसकी वजह से उन्हें पास के सेंटर से सुविधाआें का लाभ नहीं मिल पाता है. साथ ही उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिक की मृत्यु हाेने पर इसकी सूचना तुरंत बाेर्ड की दी जानी चाहिए, जिसके बाद परिवार के लाेगाें काे चेक के माध्यम से राशि मिलेगी आैर पेंशन की प्रक्रिया काे भी शुरू किया जायेगा.
अक्सर देखा जाता है कि मृत्यु के काफी दिनाें बाद जब पेंशन का मामला पेचीदा हाे जाता है, तब इसकी जानकारी दी जाती है. दाे बच्चाें की दसवीं तक पढ़ाई के लिए हर माह 1-1 हजार रुपये की सहायता आैर दाे बेटियाें के विवाह में 50-50 हजार रुपये वेलफेयर फंड से सैनिक परिवाराें काे प्रदान किया जाता है. जागरूक सैनिक इसका लाभ उठाते हैं, लेकिन सुदूर गांव में रहनेवाले जानकारी के अभाव में इससे वंचित रह जाते हैं. पूर्व सैनिकाें ने कैंटीन में समान नहीं मिलने का मुद्दा उठाया, जिसके समाधान का उन्हाेंने आश्वासन दिया. इस अवसर पर पूर्व सैनिक सेवा परिषद के सिद्धनाथ सिंह, सुरेंद्र नाथ ओझा, मनोज कुमार ठाकुर, बिजेंद्र सिंह, राजदेव सिंह, अवधेश कुमार, चाईबासा निदेशालय के कमांडर बीबी मिश्रा, जमशेदपुर के कर्नल सी नाथ आदि मौजूद थे.