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विवि में अब कैलेंडर के तहत ही परीक्षा और रिजल्ट : राज्यपाल
जमशेदपुर/रांची : राज्यपाल द्रौपदी मुरमू ने कहा कि सत्र में सुधार करने को लेकर एकेडमी कैलेंडर तैयार किया गया है. विवि में सभी परीक्षाएं व परिणामों की घोषणा अब निर्धारित समय पर ही होगी. सत्र विलंब होने से विद्यार्थियों को काफी परेशानी होती है. इसलिए यह निर्णय लिया गया. यह बात राज्यपाल सह कुलाधिपति द्रौपदी […]
जमशेदपुर/रांची : राज्यपाल द्रौपदी मुरमू ने कहा कि सत्र में सुधार करने को लेकर एकेडमी कैलेंडर तैयार किया गया है. विवि में सभी परीक्षाएं व परिणामों की घोषणा अब निर्धारित समय पर ही होगी. सत्र विलंब होने से विद्यार्थियों को काफी परेशानी होती है. इसलिए यह निर्णय लिया गया. यह बात राज्यपाल सह कुलाधिपति द्रौपदी मुरमू ने कही.
वह मंगलवार को कोल्हान विश्वविद्यालय की मेजबानी में आयोजित दो दिवसीय चांसलर्स ट्रॉफी इंटर यूनिवर्सिटी के उदघाटन समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रही थीं. राज्यपाल ने कहा कि विद्यार्थियों में शारीरिक विकास के लिए सभी अंगीभूत कॉलेजों में मार्शल आर्ट की कक्षाएं आरंभ की जा रही हैं. इससे पूर्व राज्यपाल ने तीर से निशाना साध कर टूर्नामेंट का उदघाटन किया. समारोह में विशिष्ट अतिथि टाटा स्टील कॉरपोरेट सर्विसेज के उपाध्यक्ष सुनील भास्करन, रुंगटा ग्रुप के एमडी नंदलाल रुंगटा व अन्य ने भी अपने विचार रखे.
गांव-गांव में आर्चरी का विकास : सुनील भास्करन : टाटा स्टील काॅरपोरेट सर्विसेज के उपाध्यक्ष सुनील भाष्करन ने कहा कि गांव-गांव में आर्चरी का विकास हुआ है. क्षेत्र के खिलाड़ी देश-विदेशों में जाकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं.
रानी रविदास व उज्ज्वल को राज्यपाल ने किया सम्मानित : अपनी मां के निधन की खबर सुनने के बाद भी फुटबॉलर रानी रविदास ने जिस तरह से प्रदर्शन करते हुए सबसे अधिक गोल दागे, खेल के प्रति उसके इस समर्पण के लिए राज्यपाल द्रौपदी मुरमू ने प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया. वहीं बाॅक्सिंग में उज्ज्वल शर्मा ने विवि व राज्य का नाम रोशन किया. इसके लिए भी उन्हें राज्यपाल ने प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया. विभिन्न इवेंट के कोच को भी सम्मानित किया गया.
राज्यपाल ने कस्तूरबा की छात्राओं के सवालों के दिये जवाब
खूंटपानी के बादेया स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में राज्यपाल ने छात्राओं के सवालों का बेबाकी से जवाब दिया. उन्होंने छात्राओं के साथ जमीन पर बैठकर फोटो खिंचवायी.
छात्रा प्रीति पाडेया, सुनीता गोप, बोलांची बोइपाई, चांदमुनी पाडेया, बामाय मुंडारी, लक्ष्मी गोप, जूली तांती समेत कई छात्राओं ने राज्यपाल से उनके बचपन से लेकर राज्यपाल बनने तक के सफर पर सवाल किया. राज्यपाल ने छात्राओं को बताया कि वह तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी है.
उनका जीवन संघर्षपूर्ण रहा है. जंगल से घिरे उनके गांव में उच्च शिक्षा के लिए स्कूल, सड़क व बिजली की व्यवस्था नहीं थी. गांव में साक्षरता दर काफी कम थी. प्रारंभिक शिक्षा के बाद माध्यमिक शिक्षा के लिए पास के गांव के स्कूल में नामांकन कराया. स्कूल जाने में दिक्कत होती थी. बारिश के दिनों में तैर कर नदी पार करती थी, तब स्कूल पहुंचती थी. उस समय अपने गांव से हाई स्कूल में पढ़ने वाली एकमात्र बालिका थी. परिवार की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी. कई बार आर्थिक बाधा आयी, लेकिन उन्होंने पढ़ाई नहीं छोड़ी.
राज्यपाल ने कहा कि मैट्रिक पास करने के बाद गांव के एक विधायक (जो मंत्री भी थे) से मिलकर उच्च शिक्षा ग्रहण करने की इच्छा जतायी. उन्होंने भुवनेश्वर के एक कॉलेज में नामांकन कराया. यहां से स्नातक करने के बाद कुछ समय के लिए नौकरी की. नौकरी छोड़कर समाज सेवा व राजनीति में आयी. ओड़िशा में विधायक व मंत्री रही. अब मुझे राज्यपाल का दायित्व दिया गया. उन्होंने कहा कि कभी सोचा नहीं था कि राज्यपाल बनूंगी. राज्यपाल बन कर कार्य कर रही हूं. बच्चों के सवाल पर श्रीमती मुरमू ने कहा कि उन्हें जन्म भूमि और कर्म भूमि दोनों पसंद है. आज भी उन्हें स्कूलों में बच्चों के बीच जाना अच्छा लगता है.
प्रतिभावान छात्रों को करेंगे सहयोग : रुंगटा
रुंगटा ग्रुप के एमडी नंदलाल रूंगटा ने कहा कि खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करनेवाले विश्वविद्यालय के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को आर्थिक सहयोग करेंगे. ताकि वे खेल के क्षेत्र में विवि, राज्य व देश का नाम रोशन कर सकें. उन्होंने टाटा कॉलेज की स्थापना में तीन लोगों के योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि 60 रुपये लाख की लागत से टाटा स्टील ने शुरुआती आर्थिक सहयोग किया था.
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