आदित्यपुर: अभिनेत्री के तौर पर कैरियर की शुरुआत करने वाली मंदिरा बेदी ने क्रिकेट कमेंटरी में भी अपनी धाक जमायी. 20 साल के लंबे संघर्ष के बाद उन्होंने इस मुकाम को पाया.
एनआइटी की ओर से आयोजित ओजस 2014 के दौरान उन्होंने अपने संघर्ष की दास्तां को एनआइटी जमशेदपुर के विद्यार्थियों से शेयर किया और उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में दिल लगा कर काम करने का संदेश दिया. इस दौरान विद्यार्थियों ने मंदिरा बेदी से एक के बाद एक कई सवाल किये. उन्होंने सारे सवालों का बेबाकी से जवाब दिया.
जमशेदपुर है मिनी मुंबई. मंदिरा बेदी ने कार्यक्रम के शुरू होने के बाद मुक्त कंठ से जमशेदपुर की प्रशंसा की. उन्होंने कहा : वह पहली बार जमशेदपुर पहुंची हैं. इस शहर के बारे में काफी सुन रखा था, लेकिन जितना सुना था, उससे कहीं ज्यादा साफ-सुथरा है योजना बद्ध तरीके से बसा शहर जमशेदपुर दिखा. उन्होंने कहा कि जमशेदपुर मिनी मुंबई है. इस शहर के कई प्रतिभावान लोग मुंबई में हैं और इंडस्ट्री को नयी पहचान दे रहे हैं. महिला दिवस पर उन्होंने कहा कि महिलाओं को घर में सम्मान मिलना चाहिए. तभी उन्हें बाहर भी सम्मान मिलेगा.