शुक्रवार को जिला मुख्यालय सभागार में स्टेक होल्डरों की हुई बैठक में कंसल्टेंट कंपनी द्वारा मास्टर प्लान का प्रजेंटेशन दिया गया. मास्टर प्लान में पूरे शहर में 44 किमी का लाइट रेल ट्रांजिट व्यवस्था होने जिसमें नार्थ -साउथ कोरिडोर में 19. 6 किमी अौर ईस्ट-वेस्ट कोरिडोर में 24. 04 किमी की हल्की ट्रेन चलाने का सुझाव दिया गया है. यह लाइट रेल व्यवस्था का डिपो तामुलिया अौर घोड़ाबांधा में होगा जिसके लिए 51 एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी. यह लाइट रेल एक छोर में तामुलिया से सुंदरनगर तक तथा दूसरे छोर से घोड़ाबांधा से आदित्यपुर धीरजगंज तक चलाने का प्रस्ताव दिया गया है.
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ग्रेटर जमशेदपुर में दौड़ेगी लाइट ट्रेन!
जमशेदपुर: शहर में प्रदूषण मुक्त अौर बेहतर परिवहन व्यवस्था के लिए महानगर की तरह लाइट रेल ट्रांजिट का प्रस्ताव दिया गया है. यह प्रस्ताव अमेरिकी कंपनी सुपीरियर ग्लोबल द्वारा तैयार मास्टर प्लान में 2027 तक की आबादी को ध्यान में रख कर दिया गया है. शुक्रवार को जिला मुख्यालय सभागार में स्टेक होल्डरों की हुई […]
जमशेदपुर: शहर में प्रदूषण मुक्त अौर बेहतर परिवहन व्यवस्था के लिए महानगर की तरह लाइट रेल ट्रांजिट का प्रस्ताव दिया गया है. यह प्रस्ताव अमेरिकी कंपनी सुपीरियर ग्लोबल द्वारा तैयार मास्टर प्लान में 2027 तक की आबादी को ध्यान में रख कर दिया गया है.
शुक्रवार को जिला मुख्यालय सभागार में स्टेक होल्डरों की हुई बैठक में कंसल्टेंट कंपनी द्वारा मास्टर प्लान का प्रजेंटेशन दिया गया. मास्टर प्लान में पूरे शहर में 44 किमी का लाइट रेल ट्रांजिट व्यवस्था होने जिसमें नार्थ -साउथ कोरिडोर में 19. 6 किमी अौर ईस्ट-वेस्ट कोरिडोर में 24. 04 किमी की हल्की ट्रेन चलाने का सुझाव दिया गया है. यह लाइट रेल व्यवस्था का डिपो तामुलिया अौर घोड़ाबांधा में होगा जिसके लिए 51 एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी. यह लाइट रेल एक छोर में तामुलिया से सुंदरनगर तक तथा दूसरे छोर से घोड़ाबांधा से आदित्यपुर धीरजगंज तक चलाने का प्रस्ताव दिया गया है.
पहले कॉरिडोर में आदित्यपुर व बिरसानगर तथा दूसरे छोर में मानगो और कीताडीह को इंटरचेंज स्टेशन बनाया जायेगा, जबकि साकची केंद्र में होगा, जहां से चारों दिशाओं के लिए लाइन होगी. लाइट रेल ट्रांजिट के लिए सुंदरनगर में मेंटनेंस कार्य के लिए 25 एकड़ जमीन अौर मिश्रित इस्तेमाल के लिए 150 एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी. साथ ही मास्टर प्लान में वेट मैनेजमेंट, सिवरेज सिस्टम, ट्रांसपोर्टिंग, स्वच्छता, ई टॉयलेट,मोबाइल बायो टॉयलेट, समेत अन्य चीजों का प्रजेंटेशन किया गया. मास्टर प्लान में क्षेत्रवार स्पष्ट प्रस्ताव नहीं होने के कारण उपायुक्त अमित कुमार ने इसे नामंजूर करते हुए अगली बैठक में इसे प्रस्तुत करने का निर्देश दिया. उपायुक्त ने बताया कि मास्टर प्लान में रणनीति, आइडिया बेहतर है, लेकिन इसे जमीन पर कैसे उतारा जायेगा इसका खाका नहीं है. बैठक में विधायक एवं सांसद के प्रतिनिधि, जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी दीपक सहाय, मानगो अक्षेस के विशेष पदाधिकारी जेपी यादव, जुगसलाई नगर पालिका के विशेष पदाधिकारी सुरेंद्र प्रसाद शामिल थे.
198 किमी का बनाया गया है ग्रेटर जमशेदपुर का मास्टर प्लान : 2027 तक की आबादी को ध्यान में रख कर जेएनएनयूआरएम के तहत जमशेदपुर अक्षेस, मानगो अक्षेस, जुगसलाई नगर पालिका, आदित्यपुर नगर पर्षद अौर शहर से सटे आठ सेंसेस गांव को मिला कर 149 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र का मास्टर प्लान अमेरिकी कंपनी सुपीरियर ग्लोबल द्वारा तैयार किया गया है. 2027 की आबादी के अनुसार शहरी यातायात व्यवस्था, सीवरेज सिस्टम, आवासीय कॉलोनी, मार्केट कांप्लेक्स, अौद्योगिक प्रतिष्ठान की क्या व्यवस्था होनी चाहिये इसे मास्टर प्लान में शामिल किया गया है.
सिटी डेवलपमेंट प्लान नामंजूर : साकची में वेंडिंग जोन शामिल करने का निर्देश : कंसलटेंट कंपनी आइपी ग्लोबल द्वारा तैयार सिटी डेवलपमेंट प्लान को शुक्रवार को उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई स्टेक होल्डरों की बैठक में नामंजूर कर दिया गया. प्लान में बिष्टुपुर-मानगो में वेंडिंग जोन (स्ट्रीट वेंडर जोन) बनाने का सुझाव दिया गया है. उपायुक्त ने साकची को बिष्टुपुर की तुलना में ज्यादा सघन मानते हुए साकची में वेंडिंग जोन को शामिल करने का निर्देश दिया.
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