जमशेदपुर : टाटा स्टील में कर्मचारियों का मेडिकल एक्सटेंशन चालू करने को लेकर मैनेजमेंट राजी नहीं है. इसे लेकर टाटा स्टील के वीपी एचआरएम सुरेश दत्त त्रिपाठी के स्तर पर यूनियन के अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, महामंत्री बीके डिंडा और डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी टुन्नू के साथ दो राउंड की वार्ता हुई. इस दौरान बताया गया कि मेडिकल एक्सटेंशन को लेकर जो नियम लगाये गये हैं, वह पहले से ही लागू था, जिसे रिवाइज किया गया है. लेकिन यूनियन के पदाधिकारी मानने को तैयार नहीं हुए.
वीपी एचआरएम ने बताया कि पहले के सर्कुलर में कहा गया था कि डिवीजनल हेड की रजामंदी के बाद ही किसी का मेडिकल एक्सटेंशन हो सकता है. पहले डिवीजनल हेड मंजूरी नहीं देते थे. उनके स्थान पर विभागीय पदाधिकारी ही मंजूरी दे देते थे, जो गलत था. अब डिवीजनल हेड के समकक्ष का पद वीपी का हो चुका है, इस कारण वीपी तय करेंगे कि किसी को मेडिकल एक्सटेंशन मिल सकता है या नहीं.
यूनियन ने कहा कि ऐसा आम कर्मचारी नहीं कर सकते हैं, लिहाजा, इसे वापस लिया जाना चाहिए और मेडिकल एक्सटेंशन को जारी रखते हुए जो प्रक्रिया पूर्व में अपनायी जाती थी, उसी प्रक्रिया को अपनायी जाये. इस पर किसी तरह का सहमति नहीं बन पायी. इस पर मंगलवार को फिर बातचीत होगी, जिसके बाद कोई फैसला लिया जायेगा.
मेडिकल एक्सटेंशन बंद करना दुर्भाग्य की बात : पीएन सिंह
टाटा वर्कर्स यूनियन के पूर्व अध्यक्ष पीएन सिंह ने कहा कि मेडिकल एक्सटेंशन बंद करना दुर्भाग्य की बात है. यह व्यवस्था वर्षों से चली आ रही थी. इस पर यूनियन को भी स्टैंड लेना चाहिए. एकतरफा फैसला नहीं लेने दिया जायेगा.
कर्मचारियों का अहित नहीं होने देंगे
मेडिकल एक्सटेंशन को लेकर वार्ता जारी है. हम अपनी यूनियन ने अपना पक्ष रखा है. इसको लेकर कर्मचारियों का अहित नहीं होने देंगे.मंगलवार को होने वाली वार्ता में हम प्रबंधन के समक्ष अपनी बात रखेंगे.
-आर रवि प्रसाद, अध्यक्ष, टाटा वर्कर्स यूनियन
पुरानी परिपाटी बनी रहे : महामंत्री
हमने प्रबंधन के समक्ष अपनी बात रखी है. कहा है कि पूर्व में जो परिपाटी चली आ रही है वह आगे भी कायम रहे. हम मंगलवार को होने वाली वार्ता में भी कर्मचारियों के हित को देखते हुए मेडिकल एक्सटेंशन चालू करने की मांग करेंगे.
-बीके डिंडा , महामंत्री, टाटा वर्कर्स यूनियन