जमेदपुर: साथी के साथ घूमने गयी एनटीटीएफ की छात्रा से डिमना में गैंगरेप के मामले के दोषियों को अदालत ने 10 वर्ष कैद तथा पांच हजार रुपये जुर्माना की सजा सुनायी है. मामले की सुनवाई कर रही जिला जज वन सत्यप्रकाश सिन्हा की अदालत ने जेल में बंद आरोपी राहुल किस्कू, झोटा सिंह उर्फ गुरुचरण सिंह, सुरेश टुडू तथा विनोद हांसदा को अपराह्न् 3:30 बजे सजा सुनायी गयी.
अदालत ने भादवि की धारा 341, 323, 379, 376 (2जी) तथा 34 के तहत अपना फैसला सुनाया. अदालत ने उन्हें 12 फरवरी को दोषी करार दिया था. इस मामले में पीड़िता के बयान पर 15 जुलाई ’11को पटमदा थाना में मामला दर्ज हुआ था.
नहीं मिली थी मदद
घटना के दौरान साथी सौरभ ने डिमना चौक जाकर पुलिस को सूचना दी, लेकिन मदद मिलने में देर हुई. छात्रा ने मदद के लिए वहां से गुजर रहे ब्रेवो के सुरक्षा कर्मियों को भी पुकारा, लेकिन वे भी बचाने नहीं आये.
ऐसे बचायी थी जान
छात्रा किसी तरह युवकों के चंगुल से भागकर हलुदबनी स्थित एक घर में शरण लेकर जान बचायी थी. पुलिस वहां काफी देरी के बाद पहुंची.
फोरेंसिक जांच टीम ने भी दी थी गवाही
एपीपी अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि मामले में कुल 9 गवाहों ने पक्ष में गवाही दी थी. फोरेंसिक जांच टीम के पदाधिकारियों ने मजबूत गवाही दी थी. पीड़िता ने कोर्ट में आरोपियों की पहचान की थी. गवाही मजबूत होने के कारण आरोपियों को 10 वर्ष की सजा मिली है.
इन्होंने दी गवाही. मामले में पीड़िता के अलावा कुमार सौरभ, डॉ मंजू श्रीवास्तव, डॉ एल हांसदा, परमजीत कुमार श्रीवास्तव, नवीन कुमार (अनुसंधानकर्ता), त्रिशूलधारी (पिता), राम दुलारी देवी, मुकेश कुमार पांडेय ने गवाही दी.
क्या था मामला
एनटीटीएफ की छात्रा अपने सीनियर, एग्रिको निवासी सौरभ के साथ सैंट्रो कार से डिमना घूमने गयी थी. रामगढ़ के घाटो की रहने वाली छात्रा गोलमुरी स्थित नेटूर टेक्नीकल ट्रेनिंग फाउंडेशन ( एनटीटीएफ) की फाइनल इयर में पढ़ती थी. घूमते-घूमते अंधेरा हो जाने पर दोनों टाटा मैनेजमेंट सेंटर से कुछ दूरी पर सन्नाटे में खड़ी गाड़ी में बैठे थे, तभी तीन युवक वहां पहुंचे एवं सौरभ को पीटने लगे. युवती ने वहां से भागने की कोशिश की, लेकिन दो युवकों ने उसे पकड़ लिया और झाड़ी में ले जाकर उसके साथ बलात्कार किया. उसके शोर मचाने पर दो सुरक्षा कर्मी वहां पहुंचे, लेकिन उन्होंने भी मदद से इनकार कर दिया. इसके बाद वहां से भाग कर उसने पटमदा मार्ग पर हलुदबनी के एक घर में घुस कर शरण ली.