महिलाओं के हाथ आया 5 हजार, नोटिस 15-18 हजार का
जमशेदपुर : केसीसी लोन के नाम पर ठगी करने के विरोध में पोटका डाटोबेड़ा की 20 महिलाएं बुधवार को भी अनशन पर डटी रहीं.अनशन पर बैठी महिलाओं का कहना है कि उन्हें 5-5 हजार रुपये लोन के मिले.
जबकि उन्हें 15 से 18 हजार रुपये तक जमा करने का नोटिस दिया गया है. सवाल उठ रहा है कि आखिर 10 से 13 हजार रुपये कौन खा गया? यह राशि बिचौलिये के जेब में गयी या बैंक कर्मियों ने घपला किया, या दोनों की मिलीभगत रही, यह जांच का विषय है. बैंककर्मियों ने लोन के लिए कई नियमों की भी अनदेखी की.
महिलाओं के अनुसार बिना खतियान देखे केसीसी लोन स्वीकृत नहीं होता है, जबकि उन लोगों का खतियान नहीं लिया गया और न ही देखा गया, फिर उन लोगों के नाम से केसीसी लोन कैसे स्वीकृत हो गया. महिलाओं ने बताया कि कार्रवाई के नाम पर पुलिस ने सिर्फ बिचौलिया को जेल भेजा, जो छूट भी गया है.
बैंक मैनेजर को क्लीन चिट दे दिया गया. महिलाओं ने बताया कि जब तक बैंक मैनेजर पर कार्रवाई नहीं होती है और नोटिस के अनुसार लिये गये लोन की राशि वापस नहीं होती है तब तक उनका अनशन जारी रहेगा.
मेनका सरदार एवं रमेश हांसदा ने भेंट की.अनशन में बैठी 20 महिलाओं से पोटका की विधायक मेनका सरदार एवं झामुमो जिलाध्यक्ष रमेश हांसदा ने भेंट कर पूरे मामले की जानकारी ली. इसके बाद विधायक एवं रमेश हांसदा ने उपायुक्त डॉ अमिताभ कौशल से मुलाकात कर मामले की जानकारी दी. डीसी ने बताया कि ठगी के कथित मामले की जांच के लिए टीम का गठन किया गया है. रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जायेगी. विधायक एवं झामुमो जिलाध्यक्ष ने प्रशासन से लोन राशि माफ करने की मांग की है.