सांसद-विधायकों अौर कुछ जिला परिषद सदस्यों की अनुशंसा पर योजना का चयन किया गया अौर उपलब्ध राशि के आधार पर योजनाअों को मंजूरी दी गयी. बैठक में जिला परिषद उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह एवं अन्य कुछ पार्षदों ने कहा कि पहली बैठक में शामिल चार-पांच पार्षदों द्वारा अपनी अोर से योजनाअों की सूची दी गयी थी, जिसे इसमें शामिल किया गया है, लेकिन कई पार्षदों ने योजनाअों की अनुशंसित सूची नहीं दी थी. जिन पार्षदों ने सूची नहीं दी थी उनसे दो-तीन दिनों में सूची लेकर उसे भी शामिल करने की मांग की.
कुछ पार्षदों ने कहा कि विधायकों को अपने क्षेत्र के लिए विधायक फंड है, लेकिन पार्षदों के लिए अलग से फंड नहीं है इसलिए उन्हें अनाबद्ध निधि में प्राथमिकता दी जाये तथा पार्षदों को भी अपने क्षेत्र के विकास के लिए फंड दिया जाये.