जमशेदपुर: राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे हैं, लेकिन लोगों को उसका कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है. एमजीएम अस्पताल की बर्न यूनिट के ऑपरेशन थिएटर शुरू करने के लिए दो साल पहले मशीनें मंगा ली गयी हैं. कुछ मशीनें लग भी गयी हैं, लेकिन आज तक उन्हें चालू नहीं किया जा सका. इस प्रकार लाखों की मशीनें लग जाने के बाद भी धूल फांक रही हैं. इसका कारण स्टाफ, डॉक्टर व कुछ समान का उपलब्ध नहीं होना बताया जा रहा है.
सजर्री विभाग के ओटी में होते हैं ऑपरेशन
बर्न यूनिट के हेड डॉ ललित मिंज ने बताया कि बर्न यूनिट के ऑपरेशन थिएटर में कुछ सामान लगाये गये हैं, अन्य सामान नहीं रहने व स्टाफ की कमी के कारण वहां ऑपरेशन शुरू नहीं हो रहा है. इस बीच वहां लगी मशीनें खराब हो रही हैं. अस्पताल में भरती बर्न केस के मरीजों का सजर्री विभाग के ओटी में ऑपरेशन करना पड़ता है.
ओपीडी से कई मरीज हो जाते हैं वापस
डॉ ललित मिंज ने बताया कि सजर्री विभाग के ओटी में ही बर्न वाले मरीजों का भी ऑपरेशन होता है. अस्पताल में भरती मरीजों का समय लेकर ऑपरेशन कर दिया जाता है, लेकिन ओपीडी के मरीजों के ऑपरेशन में काफी दिक्कत होती है. एक तो डॉक्टर नहीं हैं, ऊपर से अपना ऑपरेशन थिएटर भी नहीं है, जिससे परेशानी होती है. अस्पताल के ओपीडी से सप्ताह में 10 से 12 ऐसे मरीज लौट जाते हैं जिन्हें ऑपरेशन की जरूरत है. ऑपरेशन थिएटर नहीं रहने व स्टाफ की कमी के कारण ऑपरेशन नहीं हो पाता है.