जमशेदपुरः टाटा स्टील के सभी ग्रेड के कर्मचारियों के इंसेंटिव बोनस (आइबी) पर प्वाइंट वैल्यू में 25 फीसदी तक की बढ़ोतरी की गयी है. शनिवार को कंपनी के प्रबंध निदेशक हेमंत मधुसूदन नेरुरकर की मौजूदगी में टाटा वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष पीएन सिंह ने संबंधित समझौते पर हस्ताक्षर किया. करीब 28 साल के बाद आइबी पर प्वाइंट वैल्यू रिवाइज हुआ है.
यूनियन के पूर्व अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय के कार्यकाल में आइबी पर प्वाइंट वैल्यू में 20 फीसदी बढ़ोतरी के समझौते का मसौदा तैयार हुआ था. तत्कालीन महामंत्री बीके डिंडा और सुपरवाइजरी यूनिट के मानद सचिव एसके सिंह ने इसे कम बताते हुए हस्ताक्षर करने के इंकार कर दिया था. पिछले मसौदे से पांच फीसदी अधिक की बढ़ोतरी कराने में यूनियन की वर्तमान कमेटी ने सफलता पायी है. यह समझौता एक मई 2013 से लागू होगा. वर्ष 1985 में वर्कर्स और 1992 में सुपरवाइजरों के आइबी पर प्वाइंट वैल्यू रिवाइज हुआ था.
समझौते में ये रहे शामिल
एमडी हेमंत मधुसूदन नेरुरकर, वीपी एचआरएम सुरेश दत्त त्रिपाठी, जीएम आइआर आरपी सिंह, पीएन प्रसाद, जुबिन पालिया, यूनियन अध्यक्ष पीएन सिंह, महामंत्री बीके डिंडा, डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी टुन्नू.
कितने प्वाइंट तक औसत लाभ
आइ ब्लास्ट फर्नेस में आइबी समझौता हाल के दिनों में हुआ है, इसके आधार पर अन्य विभागों का भी आइबी समझौता होना है. इसके तहत सौ फीसदी प्रोडक्शन करने पर 200 प्वाइंट मिलना है, जबकि 70 फीसदी प्रोडक्शन पर आइबी का प्वाइंट जीरो हो जायेगा. लेबल यूटिलाइजेशन (एलयू) पर 20 प्वाइंट, ओपीपीएस पर 20 प्वाइंट, टेक्नो इकॉनॉमिक फैक्टर पर 20 प्वाइंट का मानक तय है. आइ ब्लास्ट फर्नेस में 230 प्वाइंट तक आइबी गया है, लिहाजा, ऐसा ही लाभ अमूमन हर विभाग में होना संभव है. करीब 293 रुपये 75 पैसे तक का न्यूनतम लाभ मिलेगा.
क्या है आइबी और प्वाइंट वैल्यू
टाटा स्टील में हर ग्रेड के कर्मचारी को वेतन और सालाना बोनस के अलावा इंसेंटिव बोनस (आइबी) दिया जाता है. आइबी प्वाइंट के हिसाब से मिलता है. वर्तमान फॉमरूला के तहत किसी विभाग में निर्धारित लक्ष्य का शत-प्रतिशत उत्पादन हो जाता है, तो उसको 200 प्वाइंट आइबी मिलता है. इससे ऊपर उत्पादन हुआ तो ज्यादा प्वाइंट मिलता है. प्रति प्वाइंट का वैल्यू (रुपया) होता है. उसके आधार पर कर्मचारियों को हर माह यह राशि मिलती है.