100 वर्षों से भी ज्यादा समय से सफलतापूर्वक राष्ट्र की सेवा कर रही कंपनी ने एक और कीर्तिमान हासिल करते हुए शताब्दी वर्ष में कंपनी ने 450 मेगावॉट क्षमता वाले जलविद्युत संयंत्र की शुरुआत की. साथ ही स्वच्छ ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित करने की प्रतिबद्धता को और मजबूती प्रदान की. टाटा पावर की आकांक्षा अब अपने क्षमता बढ़ोत्तरी पोर्टफोलियो में 40 प्रतिशत तक उत्पादन क्षमता गैर-जीवाश्म स्रोतों से हासिल करने की है. समारोह में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, महाराष्ट्र सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, मुंबई की मेयर स्नेहल अंबेडकर के साथ ही टाटा समूह के चेयरमैन साइरस मिस्त्री भी मौजूद रहे.
समारोह में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल का विशेष संदेश भी प्रस्तुत किया गया. इस मौके पर टाटा पावर के अपने 100 वर्षों के सफर में राष्ट्र में उनके योगदान को बयां करने वाली अनिल धारकर की लिखी पुस्तक का भी विमोचन किया गया. समारोह में टाटा पावर पर एक कॉफी टेबल बुक का भी अनावरण किया गया.